सोलन: बुधवार को प्रदेशभर में मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना (Grihini Suvidha Yojana) के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में नगर निगम हॉल सोलन में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा उपस्थित हुए. यह कार्यक्रम खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा प्रदेशभर में आयोजित किए जा रहे हैं. कार्यक्रम में इस योजना के लाभार्थियों को भी बुलाया गया है. वहीं, मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
मुख्य अतिथि के रुप में सोलन पहुंचे (Grihini Suvidha Yojana in Himachal) तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वला योजना देश की उन महिलाओं को चलाई थी जो घर में चूल्हा जलाकर धुंए से परेशान रहती थी, लेकिन उसी कड़ी में जो लाभार्थी प्रदेशभर में कवर नहीं हो पा रहे थे उनके लिए प्रदेश की जयराम सरकार द्वारा मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना चलाई जा रही थी. जिसमें प्रदेश की महिलाओं को लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार तीन सिलेंडर लाभर्थियों (Ramlal Markanda on congress) को दे रही है, लेकिन लोग अपनी जरूरत के अनुसार सिलेंडर ले रहे है. वहीं, मारकंडा ने कहा कि कांग्रेस हर बात को मुद्दा बनाती आई है. उन्होंने मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना पर भी सवाल उठाए, लेकिन आज न कांग्रेस के पास नीति है न नीयत न नेता वो सिर्फ सरकार की हर योजना को मुद्दा बनानी जानती है.
देश का पहला राज्य जहां बनी ड्रोन नीति: तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा (Drone Policy in Himachal) ने कहा कि आज देश में हिमाचल प्रदेश पहला राज्य ड्रोन नीति अपनाने वाला बना है. प्रदेश में ड्रोन कॉलेज बनाए जा रहे हैं. प्रदेश में युवाओं को नए अवसर स्वरोजगार के प्रदान किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जगह-जगह हर जिलों में रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं.
एशिया में कृषि के क्षेत्र में लाहौल स्पीति में हुआ बेहतर विकास: मारकंडा (Minister Ramlal Markanda in Solan) ने कहा कि आज एशिया में कृषि के क्षेत्र में यदि किसी जगह पर विकास हुआ है तो वो हिमाचल प्रदेश का जिला लाहौल स्पीति है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में सरकार एक कानून लेकर आई थी जिसे में काला कानून कहता हूं क्योंकि उसमें सिर्फ साढ़े बारह बीघा वाले किसान ही कवर हो पाते थे, लेकिन जैसे ही वे मंत्री बने उसके पांचवें दिन ही उन्होंने इस कानून को खत्म किया और आज किसानों को हर प्रकार की सुविधा मिल रही है.
तकनीकी कॉलेजों में लैब टेक्नीशियन के लिए बनाए जा रहे आर एंड पी रूल्स: रामलाल मारकंडा ने कहा कि प्रदेश के तकनीकी कॉलेजों में जो लैब टेक्नीशियन हैं उनके लिए आर एंड पी रूल्स बनाए जा रहे हैं. मारकंडा ने कहा कि लाहौल स्पीति की लोकल वाइन को लिग्लाइज करने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन जब इस नीति को बनाने में विरोध के स्वर उठे तो एक दम से उस फैसले को वापस लिया गया.
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