शिमला: राजधानी शिमला में पर्यटन सीजन में फिर से पानी का संकट गहरा गया है. पेयजल स्रोतों में जल स्तर गिरने के चलते शहर में पानी की राशनिंग जल निगम ने शुरू कर दी (WATER PROBLEM IN SHIMLA) है. अब शहर में तीसरे दिन ही सबके घरों में पानी की सप्लाई दी जाएगी. जल निगम को सभी पेजयल स्रोतों से 47 एमएलडी पानी मिल रहा था, लेकिन जल स्तर गिरने से 36 एमएलडी पानी ही मिल रहा है. बता दें, शिमला शहर के लिए सबसे ज्यादा गुम्मा और गिरी परियोजना से पानी की सप्लाई होती है.
इन दोनों परियोजनाओं से पानी की सप्लाई आठ एमएलडी तक कम हो गई है. ऐसे में पर्यटन सीजन में शिमला में पानी का संकट खड़ा होने से लोगों की मुश्किलें भी बढ़ सकती (Shimla Jal Prabandhan Nigam Limited) हैं. निगम द्वारा अब हर घर में तीसरे दिन पानी की सप्लाई की जाएगी. वहीं, बीते शुक्रवार को शिमला के कई क्षेत्रों को पानी की सप्लाई नहीं मिल पाई और जल निगम द्वारा कई क्षेत्रों में पानी के टैंकरों द्वारा सप्लाई की गई.
क्या कहते हैं प्रशासनिक अधिकारी: वहीं जल निगम के एमडी आरके वर्मा का कहना है कि शिमला शहर में रोजाना पानी देने के लिए 47 एमएलडी पानी की आवश्यकता रहती है, लेकिन जल स्रोतों में बारिश न होने से जल स्रोतों में पानी की काफी कमी हो गई है. गुम्मा और गिरी में पानी का स्तर काफी गिर गया है. रोजाना शिमला शहर को 36 एमएलडी पानी ही मिल रहा है. जिससे शहर में सप्लाई प्रभावित हो रही है. ऐसे में अब पानी की राशनिंग शुरू करने का फैसला लिया गया है और आज से शहर में विभिन्न क्षेत्रों में तीसरे दिन पानी दिया (WATER SUPPLY ALTERNATE DAY IN SHIMLA) जाएगा.
जल निगम के दावे फेल: उन्होंने दावा किया कि शहर में जरूरत के हिसाब से सभी क्षेत्रों में तीसरे दिन पानी की सप्लाई दी जाएगी. बता दें, गर्मियों में राजधानी शिमला में हर साल पानी की किल्लत होती है, हालांकि जल निगम द्वारा शिमला वासियों को 24 घंटे पानी देने का दावा किया था, लेकिन कई क्षेत्रों में लोगों को तीसरे दिन भी पानी नसीब नहीं हो रहा है. वहीं वीकेंड पर पर्यटकों की आवाजाही ज्यादा होने से मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं.
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