शिमला: राजधानी शिमला में पर्यटन सीजन में फिर से पानी का संकट खड़ा हो गया है. चाबा पेयजल परियोजना में मोटर में तकनीकी खराबी आने के चलते पानी की लिफ्टिंग ठप हो गई है. जिसके चलते शिमला शहर में कम पानी की सप्लाई आ रही है. चाबा परियोजना से शिमला शहर के लिए हर रोज 12 एमएलडी तक पानी की सप्लाई होती है, लेकिन मोटर में तकनीकी खराबी के चलते 6 एमएलडी पानी की सप्लाई ही हो रही है.
सोमवार को शिमला शहर में सभी परियोजनाओं से 39 एमएलडी पानी ही आया है. जिससे सोमवार को संजौली सहित कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है. वहीं, आगामी तीन-चार दिन तक शिमला शहर में पानी के कई क्षेत्रों में किल्लत रहेगी. पानी की कम सप्लाई आने के चलते अब जल निगम द्वारा शहर में 1 दिन छोड़कर पानी दिया जा रहा है.
जल निगम के जीएम आरके वर्मा (water crisis in shimla) का कहना है कि शिमला में पानी की सप्लाई नियमित रूप से हो रही थी और पानी की कोई किल्लत शहर में नहीं थी शहर के सभी क्षेत्रों में हर रोज पानी की सप्लाई दी जा रही थी लेकिन चाबा परियोजना में मोटर में तकनीकी खराबी आने के चलते पानी की सप्लाई प्रभावित हो रही है. चाबा परियोजना से 10 से 12 एमएलडी पानी हर रोज आता है, लेकिन दिन-रात मोटर चलने से उस में खराबी आ गई है. जिससे 6 एमएलडी तक ही पानी वहां से लिफ्ट कर पा रहे हैं.
शहर में जिसके चलते कुछ क्षेत्रों में 1 दिन छोड़कर पानी दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि आने वाले तीन चार दिन के भीतर मोटर में आई तकनीकी खराबी को दूर कर दिया जाएगा जिसके बाद नियमित रूप से शिमला शहर वासियों को पानी दिया जाएगा. बता दें कि शिमला शहर में हर रोज 46 एमएलडी पानी की जरूरत रहती है. इन दिनों पर्यटन सीजन होने के चलते पानी की ज्यादा खपत होती है. ऐसे में परियोजनाओं में पंपिंग में खराबी के चलते पानी लिफ्ट ना होने से शहर में पानी की किल्लत से लोगों ओर होटल कारोबारियों को जूझना पड़ सकता है.