शिमला: विधानसभा सत्र से पहले विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार (Assembly Speaker Vipin Singh Parmar) की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक (All party meeting in shimla) हुई. इस बैठक के माध्यम से विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों राजनीतिक दलों से सौहार्दपूर्ण माहौल में सत्र के संचालन में सहयोग की अपील की. विधानसभा का मानसून सत्र 10 अगस्त से 13 अगस्त तक होने जा रहा है.
शिमला में सर्वदलीय बैठक: विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि यह मौजूदा सरकार का आखिरी (Vipin Parmar on Assembly monsoon session) सत्र है. वे चाहते हैं कि इस सत्र में ज्यादा से ज्यादा जनता के मुद्दे उठाए जाएं. उन्होंने कहा कि सदन के सदस्यों की ओर से अलग-अलग नियमों के तहत कई प्रश्न प्राप्त हुए हैं. सभी सदस्यों को नियमों के तहत मुद्दे उठाने की स्वतंत्रता है. उन्होंने कहा कि यदि सदस्य नियमों से बाहर जाकर सदन में प्रश्न उठाने की कोशिश करेंगे, तो उन्हें की अनुमति नहीं दी जाएगी. विपिन सिंह परमार ने स्पष्ट किया है कि केवल नियमों के तहत ही सदन में सदस्यों को बोलने दिया जाएगा.
सुरेश भारद्वाज ने की विपक्ष से सहयोग की उम्मीद: सर्वदलीय बैठक खत्म होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि यह मौजूदा सरकार का आखिरी मानसून सत्र है. ऐसे में सरकार विपक्ष से सहयोग की अपेक्षा कर रहा है. उन्होंने कहा कि सदन के सदस्यों की ओर से अलग-अलग विषयों को लेकर कई सवाल प्राप्त हुए हैं. संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने उम्मीद जताई कि सदन का यह मानसून सत्र कार्यशील रहेगा. उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान लोगों की समस्याओं के बारे में चर्चा हो, यह बेहद आवश्यक है. ऐसे में सरकार ने भी विपक्ष से सहयोग की अपील की है.
सर्वदलीय बैठक में ये रहे मौजूद: विधानसभा में आयोजित सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने की. बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज, मुख्य सचेतक विक्रम जरियाल, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) और सीपीआईएम के विधायक राकेश सिंघा (CPIM MLA Rakesh Singha) मौजूद रहे.
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