शिमला: कोरोना वैक्सीन अभियान (corona vaccine campaign) में निरंतर सफलता हासिल कर रहे हिमाचल ने तीन दिसंबर तक शत प्रतिशत आबादी को दूसरी डोज (second dose) लगाने का लक्ष्य तय किया है. हिमाचल में अभी दो जनजातीय जिलों सहित एक अन्य जिला सोलन में कोरोना की दूसरी डोज सभी पात्र लोगों को लगाई जा चुकी है.
पहले हिमाचल ने 30 सितंबर तक यह लक्ष्य पूरा करने का दावा किया था. हिमाचल स्वास्थ्य विभाग (Himachal Health Department) के पास प्रतिदिन एक लाख कोरोना वैक्सीन लगाने की क्षमता है. अब स्वास्थ्य विभाग उन जिलों पर अधिक फोकस करेगा जहां काफी संख्या में लोग कोरोना का टीका नहीं लगवा पाए हैं.
हिमाचल प्रदेश कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाने के लक्ष्य को पूरा करने में भी देश भर में अव्वल रहा है. अब उम्मीद की जा रही है कि दूसरी डोज के शत प्रतिशत वैक्सीनेशन लक्ष्य में भी हिमाचल देश भर में प्रथम आ सकता है. इसको लेकर प्रशासन ने तैयारियां भी जारी रखी हैं. लक्ष्य पूरा करने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों के घर-घर जाकर वैक्सीन लगा रहे हैं. इसके अलावा एचआरटीसी की बसें (HRTC buses) रोककर भी लोगों को दूसरी डोज लगाई जा रही है.
प्रदेश में विभिन्न कार्यालयों से भी कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) को लेकर कर्मचारियों का डाटा एकत्र किया जा रहा है. स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी (Health Secretary Amitabh Awasthi) जिलों के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से रोजाना वैक्सीन की प्रोग्रेस रिपोर्ट (Vaccine progress report) ले रहे हैं. हिमाचल की 85 फीसदी से अधिक आबादी को कोविड की दूसरी वैक्सीन लग गई है. केवल 8 लाख 75 हजार लोगों को दूसरी डोज लगाना शेष है. जिला बिलासपुर में 21 हजार लोगों को दूसरी डोज लगाना शेष है. चंबा में 50 हजार लोग शेष हैं, इसी प्रकार हमीरपुर में 45 हजार, कांगड़ा में पौने दो लाख, मंडी में 1.15 लाख, शिमला में 90 हजार, सिरमौर में 59 हजार और ऊना में 40 हजार लोगों की वैक्सीनेशन शेष है.
जेपी नड्डा और मनसुख मांडविया को हिमाचल का न्योता : 4 दिसंबर को मंडी में कोरोना वैक्सीन के सेकंड डोज का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने पर एक कार्यक्रम (program) का आयोजन होगा. उम्मीद लगाई जा रही है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) की मौजूदगी में कार्यक्रम का आयोजन होगा. इसके बाद चार दिसंबर को ही दोपहर बाद एम्स बिलासपुर (AIIMS Bilaspur) में कार्यक्रम होना है. एम्स में ओपीडी (OPD) की शुरुआत की जाएगी. इससे पहले एम्स पर हिमाचल सरकार के साथ एक एमओयू भी साइन होगा. चार दिसंबर के इन दोनों कार्यक्रमों के बाद हिमाचल सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में तीन से चार नए कार्यक्रमों की शुरुआत भी करेगी. इसकी लॉन्चिंग मंडी से ही होगी.
ये भी पढ़ें :डायबिटीज कैपिटल बन रहा हिमाचल, औसत में देश से अधिक हैं प्रदेश में मधुमेह रोगी