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प्रदेश में ब्लैक फंगस से दो और लोगों की मौत, 4 हुआ मरने वालों का आंकड़ा

हिमाचल प्रदेश में ब्लैक फंगस से 2 और मरीजों की मौत हो गई. प्रदेश में ब्लैक फंगस से मरने वालों की संख्या अब 4 हो गई है. 25 और 27 मई को टांडा मेडिकल कॉलेज में दो मरीजों ने दम तोड़ा है, जबकि इससे पहले आईजीएमसी में दो मरीज दम तोड़ चुके हैं.

ब्लैक फंगस से दो और लोगों की मौत
ब्लैक फंगस से दो और लोगों की मौत
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Published : Jun 1, 2021, 4:49 PM IST

शिमला: प्रदेश में ब्लैक फंगस जानलेवा होता जा रहा है. ब्लैक फंगस से 2 और मरीजों की मौत हो गई. प्रदेश में ब्लैक फंगस से मरने वालों की संख्या अब 4 हो गई है. मरीजों में फंगस दिमाग तक पहुंच चुका था, जिससे उनको बचाना मुश्किल हो गया था. सभी मृतक पोस्ट कोविड मरीज थे.

जानकारी के अनुसार 25 मई को ब्लैक फंगस से पीड़ित 60 वर्षीय मरीज की टांडा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी. मृतक कांगड़ा का रहने वाला था. 20 मई को राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में मृतक को एडमिट किया गया था. मृतक शुगर से भी पीड़ित था. वहीं, टांडा मेडिकल कॉलेज में भी भर्ती एक 60 साल की महिला की 27 मई को मौत हो गई. महिला को 18 मई को राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में ही एडमिट किया गया था. महिला रेट टेस्ट से पॉजिटिव पाई गई थी, यह महिला भी शुगर से पीड़ित थी. सीएमओ कांगड़ा डॉ. जीडी गुप्ता ने मंगलवार को टांडा में दो मौतों की पुष्टि की है.

गौर रहे कि हाल ही में आइजीएमसी में भी 2 ब्लैक फंगस के मरीजों की मौत हो चुकी है. यह दोनों मरीज भी शुगर से ही पीड़ित थे. गौर रहे कि शुगर के मरीजों को ब्लैक फंगस होने की संभावना ज्यादा रहती है. क्योंकि ऐसे में मरीज की इम्यूनिटी कमजोर होती है. ब्लैक फंगस के कण हवा में ही मौजूद होते हैं, जो कि इम्यूनिटी कम होने पर अटैक करते हैं. हालांकि, यह बीमारी एक से दूसरे में नहीं फैलती.

आइजीएमसी में मरीजों का ऑपरेशन
आइजीएमसी अस्पताल में ब्लैक फंगस के अभी भी 3 मरीज दाखिल हैं, जो कि हमीरपुर और मंडी जिला के रहने वाले हैं. वहीं, एक मरीज का बीते कल ऑपरेशन भी किया गया है, जिसकी हालत स्थिर बताई जा रही है, जबकि 3 मरीजों के ऑपरेशन बीते सप्ताह किये जा चुका है, जिसमे एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी, जबकि 2 की हालत ठीक है. इसके अलावा चार मरीजों की सर्जरी टांडा में की जा चुकी है, जिन्हें दवाइयां दी जा रही है.

शिमला: प्रदेश में ब्लैक फंगस जानलेवा होता जा रहा है. ब्लैक फंगस से 2 और मरीजों की मौत हो गई. प्रदेश में ब्लैक फंगस से मरने वालों की संख्या अब 4 हो गई है. मरीजों में फंगस दिमाग तक पहुंच चुका था, जिससे उनको बचाना मुश्किल हो गया था. सभी मृतक पोस्ट कोविड मरीज थे.

जानकारी के अनुसार 25 मई को ब्लैक फंगस से पीड़ित 60 वर्षीय मरीज की टांडा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी. मृतक कांगड़ा का रहने वाला था. 20 मई को राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में मृतक को एडमिट किया गया था. मृतक शुगर से भी पीड़ित था. वहीं, टांडा मेडिकल कॉलेज में भी भर्ती एक 60 साल की महिला की 27 मई को मौत हो गई. महिला को 18 मई को राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में ही एडमिट किया गया था. महिला रेट टेस्ट से पॉजिटिव पाई गई थी, यह महिला भी शुगर से पीड़ित थी. सीएमओ कांगड़ा डॉ. जीडी गुप्ता ने मंगलवार को टांडा में दो मौतों की पुष्टि की है.

गौर रहे कि हाल ही में आइजीएमसी में भी 2 ब्लैक फंगस के मरीजों की मौत हो चुकी है. यह दोनों मरीज भी शुगर से ही पीड़ित थे. गौर रहे कि शुगर के मरीजों को ब्लैक फंगस होने की संभावना ज्यादा रहती है. क्योंकि ऐसे में मरीज की इम्यूनिटी कमजोर होती है. ब्लैक फंगस के कण हवा में ही मौजूद होते हैं, जो कि इम्यूनिटी कम होने पर अटैक करते हैं. हालांकि, यह बीमारी एक से दूसरे में नहीं फैलती.

आइजीएमसी में मरीजों का ऑपरेशन
आइजीएमसी अस्पताल में ब्लैक फंगस के अभी भी 3 मरीज दाखिल हैं, जो कि हमीरपुर और मंडी जिला के रहने वाले हैं. वहीं, एक मरीज का बीते कल ऑपरेशन भी किया गया है, जिसकी हालत स्थिर बताई जा रही है, जबकि 3 मरीजों के ऑपरेशन बीते सप्ताह किये जा चुका है, जिसमे एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी, जबकि 2 की हालत ठीक है. इसके अलावा चार मरीजों की सर्जरी टांडा में की जा चुकी है, जिन्हें दवाइयां दी जा रही है.

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