शिमलाः बीते कुछ दिनों में हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कोरोना संक्रमण (corona infection) के आंकड़ों में बढ़ोतरी देखने को मिली. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या ढाई हजार पार हो चुकी है. ऐसे में सरकार-प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण के खतरे को कुछ कम करने के मद्देनजर हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्य से आने वाले लोगों के लिए डबल डोज वैक्सीनेशन (double dose vaccination) या 72 घंटे पहले आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट (RT-PCR negative report ) अनिवार्य की है.
साथ ही इस साल मानसून (monsoon) में हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति (Lahaul Spiti), किन्नौर, चंबा (Chamba) और धर्मशाला समेत कई इलाकों में खूब तबाही मचाई. तबाही के वीडियो सोशल मीडिया (social media) पर वायरल होने के बाद प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में कमी देखने को मिली, लेकिन प्रदेश की राजधानी और पहाड़ों की रानी में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है. शिमला (Shimla) में भी वीकेंड पर पर्यटकों की आमद बढ़ी, लेकिन अन्य दिनों पर भी पर्यटकों की भीड़ शिमला के रिज मैदान (ridge ground) और माल रोड पर देखी जा रही है, लेकिन वीकेंड पर यह कुछ ज्यादा है.
शिमला के पर्यटन कारोबारी राजिंदर ठाकुर (Tourism businessman Rajinder Thakur) का मानना है कि सोशल मीडिया पर प्राकृतिक आपदा के वीडियो वायरल होने से पर्यटकों में डर पैदा हुआ. ऐसे में पर्यटकों को शिमला सबसे सुरक्षित स्थान नजर आ रहा है. यही वजह है कि पर्यटक कुल्लू-मनाली (Kullu Manali), किन्नौर और चंबा न जाकर शिमला का रुख कर रहे हैं. हालांकि, बीते दिनों की तुलना में कोरोना रिपोर्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट (vaccination certificate) की बाध्यता की वजह से पर्यटकों (tourists) की संख्या कुछ कम हुई, लेकिन अन्य पर्यटन स्थलों के मुकाबले शिमला में पर्यटकों की आमद ज्यादा है.
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों के बीच शिमला में भारी संख्या में पर्यटकों की आमद चिंताजनक है. हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या ढाई हजार पार हो चुकी है. इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (Indira Gandhi Medical College) के एमएस डॉक्टर जनक राज (Dr. Janak Raj) ने बताया रोजाना औसतन 300 से 400 मामले आना चिंता का विषय है. उनका कहना है कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं. ऐसे में लोगों की लापरवाही आने वाले समय में भारी पड़ सकती है.
प्रदेश में बढ़ते कोरोना के आंकड़ों के बीच कोरोना प्रोटोकॉल (corona protocol) का पालन न होने की वजह से खतरा बढ़ सकता है. ऐसे में सरकार भी समय-समय पर लोगों से नियमों का पालन करने की अपील करती रहती है. संक्रमण के खतरे के बीच सभी के लिए जरूरी है कि नियमों का पालन सही तरह किया जाए, ताकि आने वाले समय में स्थिति गंभीर न हो. यदि आने वाले समय में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में बढ़ोतरी देखने को मिलती है, तो एक बार फिर बंदिशों को बढ़ाया जाएगा और कारोबार प्रभावित होगा.
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