शिमला: टोक्यो ओलंपिक के 11वें दिन (2 अगस्त) भारत की महिला हॉकी टीम ने इतिहास रचा दिया है. रानी रामपाल की इस टीम ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हरा दिया है. इससे पहले रविवार को पुरुष हॉकी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारत ने ग्रेट ब्रिटेन (Great Britain) को 3-1 से मात दी. 49 साल बाद पुरुष हॉकी की टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है. इस गेम में भारत के लिए 2 दिनों में ये दूसरी खुशी है. जीत की खुशी में पूरा देश झूम उठा है. भारतीय महिला हॉकी टीम को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Sports Minister Anurag Thakur), प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) समेत तमाम नेताओं ने महिला टीम को बधाई दी है.
अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया, 'महिला हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है. पहली बार हम सेमीफाइनल में पहुंचे हैं. 130 करोड़ लोग देश की महिला हॉकी टीम के साथ हैं.'
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी महिला हॉकी टीम को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया, 'भारतीय महिला हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन कर टोक्यो ओलम्पिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर संपूर्ण देश को गौरवान्वित किया है. आगामी मुकाबले के लिए हिमाचल की ओर से महिला हॉकी टीम को अनंत शुभकामनाएं, हमें विश्वास है कि आप इसी हौसले व जोश के साथ उम्दा प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाएंगी.'
कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी महिला टीम को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया, 'हमारी बेटियां चमक रही हैं, और इतिहास लिख रही हैं. महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. महिला हॉकी टीम को बधाई और शुभकामनाएं.'
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने भी महिला टीम को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया, 'महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल में जगह बनाई. सेमी-फाइनल में पुरुष और महिला हॉकी टीमों को देखना हम सभी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. दोनों टीमों को हार्दिक शुभकामनाएं.'
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने भी महिला हॉकी टीम को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया, 'महिला हॉकी टीम का सेमीफाइनल में प्रवेश करना राष्ट्र के लिए गौरव का क्षण है. महिला भारतीय हॉकी टीम को सेमीफाइनल में प्रवेश करने पर बहुत-बहुत बधाई. आगामी प्रतियोगिता के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं. गोल्ड मेडल लेकर घर आएं.'
बता दें कि इससे पहले मॉन्ट्रियल ओलंपिक (1972) में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी. हालांकि भारतीय टीम ने 1980 के मॉस्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था, लेकिन उस दौरान भारत ने 6 टीमों के पूल में दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल का टिकट हासिल किया था.
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