विकासनगर: उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के बीच यमुना नदी पर बनने वाले पुल(Navghat will connect Uttarakhand-Himachal) का आज विकास नगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना कर भूमि पूजन किया. अब यहां करीब 43 करोड़ की लागत से पुल निर्माण किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि करीब 500 मीटर लंबे पुल और दोनों प्रदेशों की सीमा पर एप्रोच रोड के साथ ही मुख्य मार्ग का निर्माण करीब 2 वर्ष में पूरा हो जाएगा.
विकासनगर अंतर्गत उत्तराखंड की सीमा पर बसे भीमावाला नाव घाट से हिमाचल प्रदेश के गांव को जोड़ने (Himachal villages will be connected) के लिए पिछले लंबे समय से यमुना नदी पर पुल निर्माण की मांग चली आ रही थी. जिसका आज क्षेत्रीय विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने विधि विधान के साथ भूमि पूजन किया. जिससे अब दोनों प्रदेशों के लोगों की राह आसान हो गई है.
इस पुल निर्माण से दोनों ही प्रदेशों के लोगों को राहत तो मिलेगी. साथ ही यहां पुल निर्माण से रोजगार के संसाधन भी उपलब्ध हो सकेंगे. विकासनगर के भीमवाला गांव से लगती यमुना नदी के पार हिमाचल प्रदेश की सीमा पर बसे गांवों के ग्रामीणों का मुख्य बाजार विकासनगर ही है. जिसके कारण उनका यहां रोजाना आना जाना लगा रहता है.
वहीं, कुछ विकासनगर व आसपास के लोगों के लिए यह नदी से होकर गुजरने वाला रास्ता यमुनापार के गांव या पांवटा साहिब के लिए शॉर्टकट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. मौजूदा समय में रोजाना सैकड़ों लोग इस नदी के पथरीलें रास्तों को पार कर आते जाते हैं. सामान्य मौसम में नदी का यह रास्ता राहगीरों के लिए कुछ हद तक तो आसान रहता है लेकिन बरसात के मौसम में यमुना नदी के रौद्र रूप के कारण यहां से गुजरना परेशानी भरा रहता है. जिसके चलते बरसात के मौसम में विकास नगर से यमुना पार आने के लिए मुख्य मार्ग पांवटा साहिब या डाकपत्थर से होते हुए करीब 10 से 11 किलोमीटर की अधिक दूरी का सफर तय करना पड़ता है.
दोनों प्रदेशों के लोगों की दिक्कतों को देखते हुए यहां पर लंबे समय से पुल बनाए जाने की मांग उठती रही. जिस पर कई बार दोनों ही प्रदेशों की सरकार की ओर से कवायद शुरू हुई, लेकिन किसी न किसी कारण के चलते यह कवायद परवान नहीं चढ़ पाई. अब काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार यहां पर पुल निर्माण को हरी झंडी दे दी गई है.
अब यहां करीब 43 करोड़ की लागत से पुल निर्माण किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि करीब 500 मीटर लंबे पुल और दोनों प्रदेशों की सीमा पर एप्रोच रोड के साथ ही मुख्य मार्ग का निर्माण करीब 2 वर्ष में पूरा हो जाएगा. जिससे राहगीरों को तो राहत मिलेगी साथ ही आस-पास के गांव में रहने वाले ग्रामीणों के लिए रोजगार के संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे.
भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने कहा यह पुल रोजगार सृजन करेगा. दोनों प्रदेशों के आवागमन के लिए बहुत ही भी यह काफी महत्वपूर्ण होगा. विकासनगर बाजार हिमाचल, सिरमौर के ग्रामीणों का खरीदारी के लिए मुख्य केंद्र है. आने वाले दिनों में यह पुल निर्माण दोनों प्रदेशों की भाग्य रेखा साबित होगी.
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