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31 मार्च को ही सेवानिवृत्त होंगे शिक्षक, कर्फ्यू के बीच में भी नहीं मिलेगा सेवाविस्तार

शिक्षा विभाग के तहत प्रदेश के स्कूलों में सेवाएं दें रहे शिक्षकों की सेवानिवृत्ति 31 मार्च को ही होंगे. कोरोना के चलते शिक्षण संस्थान ओर सरकारी कार्यालय भी बंद हैं और पूरे प्रदेश में कर्फ्यू लगाया गया है, लेकिन इसके बाद भी इन शिक्षकों को सेवा विस्तार विभाग की ओर से नहीं दिया जा रहा है.

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Published : Mar 31, 2020, 12:04 AM IST

Updated : Mar 31, 2020, 8:52 AM IST

teachers retirement on 31st march
31 मार्च को ही सेवानिवृत्त होंगे शिक्षक,

शिमला: शिक्षा विभाग के तहत प्रदेश के स्कूलों में सेवाएं दे रहे शिक्षकों की सेवानिवृत्ति 31 मार्च को ही होगी. कोरोना के चलते शिक्षण संस्थान और सरकारी कार्यालय भी बंद हैं. पूरे प्रदेश में कर्फ्यू लगाया गया है, लेकिन इसके बाद भी इन शिक्षकों को सेवा विस्तार विभाग की ओर से नहीं दिया जा रहा है.

सेवानिवृत्त होने वाले सभी शिक्षकों को 31 मार्च को ही विभाग रिटायरमेंट दे रहा है. हालांकि कर्फ्यू खत्म होने के बाद सेवानिवृत्ति से जुड़ी अन्य औपचारिकताएं विभाग की ओर से पूरी की जाएंगी, लेकिन विभाग की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि किसी भी शिक्षक को सेवा विस्तार इस दौरान नहीं दिया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट

उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ अमरजीत कुमार शर्मा का कहना है कि शिक्षा विभाग में सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आज 31 मार्च को ही दी जाएगी. अधिकारी प्रक्रिया को बाद में पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस साल स्कूलों में कितने प्रधानाचार्य, मुख्य अध्यापक सेवानिवृत्त होंगे इसका पूरा रिकॉर्ड तैयार किया गया है.

स्कूलों में पद रिक्त ना रहें इसके लिए उसी के हिसाब से पदोन्नति की प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया जाएगा. पदोन्नति के अलावा भर्ती प्रक्रिया से भी खाली पदों को भरा जा रहा है. जानकारी के अनुसार प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 33 प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापक सहित दो दर्जन के करीब शिक्षक एक साथ 31 मार्च तक सेवानिवृत्त होंगें.

विभाग की और से सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों ओर कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति से जुड़ी औपचारिकतायें बाद में पूरी की जाएंगी. शिक्षकों के पेंशन ओर जीपीएफ से संबंधित प्रक्रिया को भी बाद में ही पूरा किया जाएगा. प्रदेश के स्कूलों से शिक्षकों, प्रधानाचार्यो और मुख्य अध्यापकों के सेवानिवृत्त होने से कई पद खाली हो जाएंगे. विभाग के मुताबिक इस साल 262 प्रधानाचार्य, मुख्य अध्यापक ओर स्कूल लेक्चरर सेवानिवृत्त होंगे. ऐसे में हर माह सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों का आंकड़ा 15 से 20 तक होगा.

ऐसे में अगर शिक्षकों की भर्ती ओर पदोन्नति की प्रकिया को विभाग समय पर शुरू नहीं करता तो शिक्षकों की खासी कमी विभाग को खलने वाली है. इसी को देखते हुए निदेशालय ने हर कैडर के लिए पदोन्नति के लिए पैनल तैयार कर दिया है, ताकि खाली पदों को भरा जा सके.

शिमला: शिक्षा विभाग के तहत प्रदेश के स्कूलों में सेवाएं दे रहे शिक्षकों की सेवानिवृत्ति 31 मार्च को ही होगी. कोरोना के चलते शिक्षण संस्थान और सरकारी कार्यालय भी बंद हैं. पूरे प्रदेश में कर्फ्यू लगाया गया है, लेकिन इसके बाद भी इन शिक्षकों को सेवा विस्तार विभाग की ओर से नहीं दिया जा रहा है.

सेवानिवृत्त होने वाले सभी शिक्षकों को 31 मार्च को ही विभाग रिटायरमेंट दे रहा है. हालांकि कर्फ्यू खत्म होने के बाद सेवानिवृत्ति से जुड़ी अन्य औपचारिकताएं विभाग की ओर से पूरी की जाएंगी, लेकिन विभाग की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि किसी भी शिक्षक को सेवा विस्तार इस दौरान नहीं दिया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट

उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ अमरजीत कुमार शर्मा का कहना है कि शिक्षा विभाग में सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आज 31 मार्च को ही दी जाएगी. अधिकारी प्रक्रिया को बाद में पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस साल स्कूलों में कितने प्रधानाचार्य, मुख्य अध्यापक सेवानिवृत्त होंगे इसका पूरा रिकॉर्ड तैयार किया गया है.

स्कूलों में पद रिक्त ना रहें इसके लिए उसी के हिसाब से पदोन्नति की प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया जाएगा. पदोन्नति के अलावा भर्ती प्रक्रिया से भी खाली पदों को भरा जा रहा है. जानकारी के अनुसार प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 33 प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापक सहित दो दर्जन के करीब शिक्षक एक साथ 31 मार्च तक सेवानिवृत्त होंगें.

विभाग की और से सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों ओर कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति से जुड़ी औपचारिकतायें बाद में पूरी की जाएंगी. शिक्षकों के पेंशन ओर जीपीएफ से संबंधित प्रक्रिया को भी बाद में ही पूरा किया जाएगा. प्रदेश के स्कूलों से शिक्षकों, प्रधानाचार्यो और मुख्य अध्यापकों के सेवानिवृत्त होने से कई पद खाली हो जाएंगे. विभाग के मुताबिक इस साल 262 प्रधानाचार्य, मुख्य अध्यापक ओर स्कूल लेक्चरर सेवानिवृत्त होंगे. ऐसे में हर माह सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों का आंकड़ा 15 से 20 तक होगा.

ऐसे में अगर शिक्षकों की भर्ती ओर पदोन्नति की प्रकिया को विभाग समय पर शुरू नहीं करता तो शिक्षकों की खासी कमी विभाग को खलने वाली है. इसी को देखते हुए निदेशालय ने हर कैडर के लिए पदोन्नति के लिए पैनल तैयार कर दिया है, ताकि खाली पदों को भरा जा सके.

Last Updated : Mar 31, 2020, 8:52 AM IST
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