ETV Bharat / state

साइबर ठगों से सावधान! अब क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर हो रही ठगी, पुलिस ने जारी की एडवाइजरी - Himachal Cyber Fraud

Credit Card Limit Increasing Fraud: साइबर ठगों द्वारा लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए ठगी के नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं. अब शातिरों द्वारा क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने को लेकर लोगों के साथ ठगी की जा रही है. हिमाचल प्रदेश साइबर पुलिस ने इसे लेकर एडवाइजरी जारी की है.

Credit Card Limit Increasing Fraud
साइबर क्राइम (File Photo)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 3, 2024, 1:44 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. आए दिन प्रदेश के लोग इन साइबरों ठगों के शिकंजे में फंस कर अपनी पूंजी को गंवा रहे हैं. वहीं, अब साइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका निकाल लिया है. साइबर ठग अब व्हाट्सएप, मेसेज और मोबाइल पर कॉल के जरिए क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने का झांसा दे रहे हैं. शातिर खुद को निजी बैंक का कर्माचारी बातकर लोगों को ठग रहे हैं. वहीं, हिमाचल प्रदेश साइबर पुलिस ने इन शातिरों से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है.

डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने बताया, "क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने को लेकर हिमाचल में भी लोगों को फोन आ रहे हैं. साइबर शातिर आम लोगों को जाल में फंसाने के लिए नए-नए तरीके खोज रहे हैं. लोन, बिजली बिल, फास्ट टैग के अलावा अब साइबर ठग क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर भी लोगों के साथ ठगी की कोशिश कर रहे हैं."

डीआईजी साइबर क्राइम ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों में लगातार आ रहे मामलों के चलते साइबर पुलिस ने हिमाचल की जनता को अलर्ट किया है. हिमाचल प्रदेश में अब तक कई लोगों को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने को लेकर फोन आ चुके हैं. शातिर ठग सबसे पहले व्हाट्सएप, मेसेज या मोबाइल पर कॉल करके खुद को निजी बैंक का कर्मचारी बताते हुए क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देते हैं. उसके बाद शातिरों द्वारा लोगों को अपने विश्वास में लिया जाता है और क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के बहाने ओटीपी शेयर करने को कहा जाता है.

OTP और निजी जानकारी ने करें साझा

साइबर विभाग के डीआईजी मोहित चावला ने बताया, वहीं, व्यक्ति द्वारा ओटीपी शेयर करते ही उसके क्रेडिट कार्ड का सारा विवरण शातिर प्राप्त कर लेते हैं और कुछ ही देर में क्रेडिट कार्ड से पैसा निकाल लिया जाता है. उन्होंने कहा कि साइबर ठगों द्वारा हर दिन लोगों को अपने झांसे में फसाने के तरीके ढूंढे जा रहे हैं. ऐसे में लोगों को जागरुक रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि किसी से भी अपना ओटीपी नंबर को शेयर न करें. इसके अलावा अपने बैंक खाते सहित निजी जानकारी किसी से भी सांझा न करें. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति ठगी का शिकार होता है तो तुंरत मामले की शिकायत 1930 पर दर्ज करे.

ये भी पढ़ें: साइबर ठगों ने रिटायर HAS अफसर को किया डिजिटल अरेस्ट, खाते से उड़ाए ₹73 लाख रुपए

ये भी पढ़ें: मोबाइल पर किया एप डाउनलोड, खाते से उड़ गए हजारों रुपये

ये भी पढ़ें: तीन जिलों में नौ करोड़ की साइबर ठगी, ऐसे लोगों को बनाया जा रहा है शिकार

ये भी पढ़ें: व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से आया लिंक, क्लिक करते ही बैंक खाता ठगों ने कर दिया साफ

ये भी पढ़ें: सावधान: कमीशन देकर शातिर आपके नाम पर कर रहे करोड़ों का लेन-देन, हिमाचल में फ्रीज हुए 400 बैंक खाते

ये भी पढ़ें: फेसबुक पर लिंक को क्लिक करना पड़ा भारी, कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर युवक से हुई 11 लाख की ठगी

ये भी पढ़ें: विदेशी लड़की की फेसबुक आईडी बना हिमाचल के लड़के से 17 लाख ठगे, गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस भी हैरान

शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. आए दिन प्रदेश के लोग इन साइबरों ठगों के शिकंजे में फंस कर अपनी पूंजी को गंवा रहे हैं. वहीं, अब साइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका निकाल लिया है. साइबर ठग अब व्हाट्सएप, मेसेज और मोबाइल पर कॉल के जरिए क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने का झांसा दे रहे हैं. शातिर खुद को निजी बैंक का कर्माचारी बातकर लोगों को ठग रहे हैं. वहीं, हिमाचल प्रदेश साइबर पुलिस ने इन शातिरों से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है.

डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने बताया, "क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने को लेकर हिमाचल में भी लोगों को फोन आ रहे हैं. साइबर शातिर आम लोगों को जाल में फंसाने के लिए नए-नए तरीके खोज रहे हैं. लोन, बिजली बिल, फास्ट टैग के अलावा अब साइबर ठग क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर भी लोगों के साथ ठगी की कोशिश कर रहे हैं."

डीआईजी साइबर क्राइम ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों में लगातार आ रहे मामलों के चलते साइबर पुलिस ने हिमाचल की जनता को अलर्ट किया है. हिमाचल प्रदेश में अब तक कई लोगों को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने को लेकर फोन आ चुके हैं. शातिर ठग सबसे पहले व्हाट्सएप, मेसेज या मोबाइल पर कॉल करके खुद को निजी बैंक का कर्मचारी बताते हुए क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देते हैं. उसके बाद शातिरों द्वारा लोगों को अपने विश्वास में लिया जाता है और क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के बहाने ओटीपी शेयर करने को कहा जाता है.

OTP और निजी जानकारी ने करें साझा

साइबर विभाग के डीआईजी मोहित चावला ने बताया, वहीं, व्यक्ति द्वारा ओटीपी शेयर करते ही उसके क्रेडिट कार्ड का सारा विवरण शातिर प्राप्त कर लेते हैं और कुछ ही देर में क्रेडिट कार्ड से पैसा निकाल लिया जाता है. उन्होंने कहा कि साइबर ठगों द्वारा हर दिन लोगों को अपने झांसे में फसाने के तरीके ढूंढे जा रहे हैं. ऐसे में लोगों को जागरुक रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि किसी से भी अपना ओटीपी नंबर को शेयर न करें. इसके अलावा अपने बैंक खाते सहित निजी जानकारी किसी से भी सांझा न करें. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति ठगी का शिकार होता है तो तुंरत मामले की शिकायत 1930 पर दर्ज करे.

ये भी पढ़ें: साइबर ठगों ने रिटायर HAS अफसर को किया डिजिटल अरेस्ट, खाते से उड़ाए ₹73 लाख रुपए

ये भी पढ़ें: मोबाइल पर किया एप डाउनलोड, खाते से उड़ गए हजारों रुपये

ये भी पढ़ें: तीन जिलों में नौ करोड़ की साइबर ठगी, ऐसे लोगों को बनाया जा रहा है शिकार

ये भी पढ़ें: व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से आया लिंक, क्लिक करते ही बैंक खाता ठगों ने कर दिया साफ

ये भी पढ़ें: सावधान: कमीशन देकर शातिर आपके नाम पर कर रहे करोड़ों का लेन-देन, हिमाचल में फ्रीज हुए 400 बैंक खाते

ये भी पढ़ें: फेसबुक पर लिंक को क्लिक करना पड़ा भारी, कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर युवक से हुई 11 लाख की ठगी

ये भी पढ़ें: विदेशी लड़की की फेसबुक आईडी बना हिमाचल के लड़के से 17 लाख ठगे, गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस भी हैरान

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.