शिमला: शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने वीरवार को शिमला में प्रेसवार्ता का आयोजन किया. (Suresh Bhardwaj press conference in shimla) इस दौरान उन्होंने शहरी विकास विभाग का रिपोर्ट कार्ड प्रेस के समक्ष रखा और अपनी पांच साल की उपलब्धियां गिनाई. उन्होंने कहा कि हिमाचल में तेजी से शहरीकरण हो रहा है, लेकिन हिमाचल ने अपने संसाधनों को विकसित कर लिया है. उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में शहरी विकास विभाग ने तेजी से विकास किया है.
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में शहरीकरण बहुत ज्यादा हुआ है. उन्होंने कहा कि पहले एक नगर-निगम हुआ करता था, लेकिन अब 5 नगर निगम बनाए गए हैं. नगर पंचायत और नगर परिषद भी बनाए गए (Urban Development Projects in Himachal) हैं. पांच वर्षों में भाजपा ने मेनिफेस्टो में किए वादों से भी आगे बढ़ कर काम किया है. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि शहरी विकास के लिए 2022-23 में 183 करोड़ रुपये बजट का प्रावधान किया गया है जो 2017 में 99 करोड़ के आसपास था. शहरी विकास कार्यों के लिए केंद्र सरकार से भी भरपूर मदद मिली है. शिमला और धर्मशाला स्मार्ट सिटी प्रदेश को केंद्र की बड़ी देन है.
धर्मशाला स्मार्ट सिटी के 19 प्रोजेक्ट पूरे कर लिए हैं जबकि 2018 तक केवल चार ही प्रोजेक्ट पूरे हो पाए थे और 11.54 करोड़ रुपये ही खर्च हो पाए थे, लेकिन 315 करोड़ खर्च कर लिए गए हैं. शिमला स्मार्ट के अंतर्गत 2018 तक कुछ बजी काम नहीं हो पाया था लेकिन आज 57 कंपोनेंट पूरे कर लिए गए हैं और 159 प्रोजेक्ट्स पाइप लाइन में है 358 करोड़ रुपये खर्च कर लिए गए (Himachal Urban Development Department) हैं.
अमृत मिशन के तहत भी शहरों की दशा बदल रही है और अब अमृत मिशन-2 से पूरे प्रदेश के शहरी इलाकों में पानी और सीवरेज की व्यवस्था सुदृढ़ होगी. 252 करोड़ रुपये अमृत मिशन फेज-2 के अंर्तगत हिमाचल को दिया गया है. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि भविष्य के भारत में शहरीकरण तेजी से बढ़ रही है. इसको चुनौती न समझते हुए अवसर मानते हैं. इज ऑफ लिविंग में हिमाचल नंबर एक पर रहा है. आर्थिक स्थिति में इजाफा हुआ है.
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