किन्नौरः जिला किन्नौर में इनर लाइन चैक पोस्ट आकपा को डुबलिंग में बदला जाएगा. इसके लिए हिमाचल सरकार ने आदेश जारी किए हैं. इन आदेशों के अनुसार इनर लाइन परमिट की जरूरत अब जिला किन्नौर के केवल 14 गांव पर ही लागू होगी.
एसपी किन्नौर एसआर राणा ने बताया कि अभी डुबलिंग में कार्यालय स्थापित करने और पुलिस कर्मियों के आवास व अन्य मुलभूत सुविधाएं उपल्बध नहीं हैं. जैसे ही डुबलिंग में कार्यालय और अन्य सुविधाएं उपल्बध होंगी. आकपा से इनर लाइन चैक पोस्ट को बदल दिया जाएगा.
उन्होनें बताया कि वर्तमान में आकपा स्थित इनर लाइन चैक पोस्ट पर लगभग 14 कर्मचारी तैनात हैं. डुबलिंग स्थित नए खुलने वाले कार्यालय की व्यवस्था का मामला जिला प्रशासन और 19वीं वाहीनी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के सामने से उठाया गया है.
एसआर राणा ने बताया कि कुन्नु, चांरग और नेंसग गांव के लिए इनर लाइन चैकिंग का मामला 19वीं वाहिनी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के सामने उठाया गया है. वहीं, एसपी किन्नौर ने सोशल मीडिया पर आकपा में तैनात कर्मचारीयों के बारे में दुषप्रचार करने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर किसी कर्मचारी के खिलाफ गलत गतिविधियों से सम्बन्धित कोई सबूत हैं तो उसे उनके संज्ञान में लाएं ताकि ऐसे कर्मचारीयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा सके. बिना सबूत के दुषप्रचार ना किया जाए.
उन्होनें सोशल मीडिया में पुलिस जवानों के लिए घटिया पीपीई क्टिस से सम्बन्धित समाचारों को भी बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि जिला किन्नौर के लिए पुलिस मुख्यालय से 55 पीपीई क्टिस मिली है. इनकी गुनवणत्ता का निरिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी रिंकागपिओं के डॉक्टरों से करवाया गया है जिन्होनें इन पीपीई क्टिस को उच्च गुनवता का बताया है.