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किन्नौर के पहाड़ों ने ओढ़ ली बर्फ की सफेद चादर, माइनस 3 डिग्री पहुंचा तापमान

जनजातीय जिला किन्नौर की पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई है जिससे जिले में ठंड बढ़ गई है. जिला के पूह, कल्पा, निचार में इन दिनों सुबह शाम तापमान माइनस तीन डिग्री तक पहुंच जा रहा है. तापमान में गिरावट की वजह से नदी और नाले जमने के कागार पर पहुंच गए हैं.

Snowfall on hills in kinnaur
किन्नौर की पहाड़ियों पर बर्फबारी
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Published : Oct 24, 2020, 12:56 PM IST

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर की पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई है, जिसकी वजह से जिले में ठंड बढ़ गई है. किन्नौर के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग शीतलहर महसूस कर रहे हैं. बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट आई है.

जिला के पूह, कल्पा, निचार में इन दिनों सुबह शाम तापमान माइनस तीन डिग्री तक पहुंच जा रहा है. ऐसे में अब लोगों ने अपने घर में गरम चूल्हे जलाना शुरू कर दिया है. जिला के ऊपरी क्षेत्र कल्पा, छितकुल, रकच्छम, कुनो चारङ्ग के ग्रामीण क्षेत्रों में नदी नाले जमने की कगार पर है. पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद नदी और नालों का जलस्तर भी बहुत कम हुआ है.

वीडियो रिपोर्ट

ऐसे में अब जिला में लोगों को पीने के पानी की समस्या भी आ सकती है. जिला किन्नौर में भेड़पालक और कृषि करने वाले लोग भी निचले क्षेत्रों की ओर पलायन कर रहे हैं. किन्नौर की पहाड़ियों पर गिरी बर्फ के बाद अब लोग अपने खेतीबाड़ी के सभी कामों को जल्द से जल्द खत्म करते है. दरअसल निचले क्षेत्रों में बर्फबारी होने के बाद फिर अप्रैल महीने तक पूरा जिला बंद हो जाता है.

बता दें कि जिला किन्नौर हिमाचल के एक दुर्घम क्षेत्र है जहां पर बर्फबारी के बाद कई सुविधाएं बंद हो जाती है और लोगों को कई महीनों तक घर के अंदर रहकर अपना जीवन यापन करना पड़ता है. जिला में पहाड़ों पर जैसे ही बर्फबारी की दस्तक होती है वैसे ही जिला में लोग अपने घरों में सभी तरह के जरूरत की चीजों को एकत्रित करना शुरू कर देते हैं ताकि बर्फबारी के दौरान उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े.

ये भी पढ़ें- स्वास्थ्य निदेशालय के डिप्टी डायरेक्टर से खास बातचीत, कोरोना से बचने के लिए दिए ये सुझाव

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर की पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई है, जिसकी वजह से जिले में ठंड बढ़ गई है. किन्नौर के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग शीतलहर महसूस कर रहे हैं. बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट आई है.

जिला के पूह, कल्पा, निचार में इन दिनों सुबह शाम तापमान माइनस तीन डिग्री तक पहुंच जा रहा है. ऐसे में अब लोगों ने अपने घर में गरम चूल्हे जलाना शुरू कर दिया है. जिला के ऊपरी क्षेत्र कल्पा, छितकुल, रकच्छम, कुनो चारङ्ग के ग्रामीण क्षेत्रों में नदी नाले जमने की कगार पर है. पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद नदी और नालों का जलस्तर भी बहुत कम हुआ है.

वीडियो रिपोर्ट

ऐसे में अब जिला में लोगों को पीने के पानी की समस्या भी आ सकती है. जिला किन्नौर में भेड़पालक और कृषि करने वाले लोग भी निचले क्षेत्रों की ओर पलायन कर रहे हैं. किन्नौर की पहाड़ियों पर गिरी बर्फ के बाद अब लोग अपने खेतीबाड़ी के सभी कामों को जल्द से जल्द खत्म करते है. दरअसल निचले क्षेत्रों में बर्फबारी होने के बाद फिर अप्रैल महीने तक पूरा जिला बंद हो जाता है.

बता दें कि जिला किन्नौर हिमाचल के एक दुर्घम क्षेत्र है जहां पर बर्फबारी के बाद कई सुविधाएं बंद हो जाती है और लोगों को कई महीनों तक घर के अंदर रहकर अपना जीवन यापन करना पड़ता है. जिला में पहाड़ों पर जैसे ही बर्फबारी की दस्तक होती है वैसे ही जिला में लोग अपने घरों में सभी तरह के जरूरत की चीजों को एकत्रित करना शुरू कर देते हैं ताकि बर्फबारी के दौरान उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े.

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