किन्नौर: जनजातीय क्षेत्र जिला किन्नौर में दो दिन से आसमानी आफत जारी है. जिससे पूरा (SNOWFALL IN KINNAUR) क्षेत्र शीत लहर की चपेट में आ गया है. किन्नौर जिले में 8 दिन पहले लगातार 3 दिन भारी हिमपात हुआ था. जिससे जिले के 5 दर्जन से अधिक सम्पर्क सड़क मार्गों के अवरुद्ध होने के साथ-साथ विद्युत आपूर्ति , पेयजल स्कीमें भी बाधित हूई थी. जिससे जनजीवन भी पूरी तरह प्रभावित हो गया था. उसके बाद जिले में एक सप्ताह से अधिक समय से मौसम सामान्य हो गया था और जनजीवन भी सामान्य होने लगा था.
लेकिन जिले में फिर से हिमपात शुरू हो गया है. बर्फबारी अगर इसी तरह जारी रही तो आने वाले दिनों में लोगों की परेशानियां फिर बढ़ (Problems Due Snow in Kinnaur) सकती है. जिले के कल्पा, सांगला, छितकुल व आसरंग रिकांगपिओ, पांगी में हिमपात व निचले क्षेत्रों पवारी, कड़छम, टापरी, चोलिंग व भाबानगर में बारिश हो रही है. जिला प्रशासन ने ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों की रूटों को फिलहाल रोक दिया है. सड़क बहाली के बाद ही बसों को अपने रूटों पर भेजा जाएगा.
डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में बर्फबारी के (SNOWFALL IN KINNAUR) चलते गलेशियरों का खतरा बना हुआ है. डीसी किन्नौर ने (snowfall Alert in Kinnaur) जिलावासियों से अपील की है कि बर्फबारी के दौरान सफर न करें. उन्होंने कहा कि बर्फबारी के समय भूस्खलन और ग्लेशियर टूटने का खतरा रहता है ऐसे में सभी को सावधानी बरतना जरूरी है ताकि कोई हादसा न हो.
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