शिमलाः आरोग्य सेतु एप से डेटा चोरी होने की अटकलों पर हिमाचल प्रदेश के डीजीपी एसआर मरडी ने विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतू एप से डेटा चोरी नहीं होता है, बल्कि 6 महीने बाद डेटा खुद ही डिलीट हो जाएगा.
डीजीपी ने कहा कि सेतू ऐप न होने से 104 नंबर पर फोन कर अपना असेसमेंट जान सकते हैं, उसके बाद ही घर से निकलें. उन्होंने कहा कि हिमाचल में कोरोना वायरस के साथ दूसरा मोर्चा शुरू हुआ है. बाहरी राज्यों से लौटे लोगों के बाद अब हिमाचल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है.
डीजीपी एसआर मरडी ने कहा कि हिमाचल में 62 कोरोना संक्रमित मरीज हैं जबकि 21 एक्टिव केस हैं जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना की स्थित सन्तोष जनक नही है.
उन्होंने कहा कि सरकार के आदेशों के बाद अब रेड जोन से आने वाले लोग सीधा न्यायिक क्वारंटाइन के लिए जाएंगे जबकि ऑरेंज और ग्रीन जॉन से आने वाले लोगों को पहले मेडिकल टेस्ट होगा और अगर सामान्य स्थिति रही, तभी होम क्वारंटाइन के लिए भेजे जाएंगे.
डीजीपी ने बताया कि हिमाचल में भी पुलिस जवान भी संक्रमित हुए हैं. उन्होंने लोगों से सरकारी की ओर से जारी निर्देशों का पालन करने की अपील की.
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