शिमला: राजधानी शिमला में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब सरकार प्री फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर तैयार करने जा रहा है. आईजीएमसी और ऑकलैंड टनल के पास ये स्ट्रक्चर बनाए जा रहे हैं जहां कोविड के मरीजों को रखा जाएगा, लेकिन ऑकलैंड टनल के पास कोविड सेंटर बनाने का विरोध शुरू हो गया है.
टैक्सी यूनियन और आसपास के व्यापारी इस जगह पर कोविड सेंटर न बनाने की मांग कर रहे हैं और इसके लिए शहरी मंत्री सुरेश भारद्वाज से मुलाकात की. टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि कोविड सेंटर न बनाने को लेकर शुक्रवार को शहरी विकास मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है और उन्हें अवगत करवाया गया कि टनल के पास दो स्कूल हैं और बस स्टैंड होने के साथ ही टैक्सी स्टैंड है और 60 के करीब ऑपरेटर हैं.
कोविड सेंटर बनने से यहां से टैक्सी स्टैंड हटाया जाएगा जिससे 100 के करीब परिवारों को रोजी रोटी की समस्या पैदा हो जाएगी. उन्होंने कहा कि यहां बस स्टैंड भी है जहां सैकड़ों लोग आते जाते है. ऐसे में यहां कोविड मरीजों को रखने से संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है.
वहीं, व्यापारी नरेश का कहना है कि पहले ही कोविड की वजह से पहले ही कारोबार पटरी पर नहीं लौट पाया है. वहीं, अब सरकार यहां पर कोविड सेंटर खोल रही है जिससे उनका कारोबार ठप हो जाएगा. ऑकलैंड टनल के आसपास काफी दुकानें हैं और सेंटर बनने से लोग यहां नहीं आएंगे. उन्होंने सरकार से यहां कोविड सेंटर न बनाने की मांग की है.
बता दें ऑकलैंड टनल के पास कोविड सेंटर बनाने का सरकार विचार कर रही है. इसके लिए अधिकारियों ने जगह का निरीक्षण भी किया है और यहां टैक्सी स्टैंड और लोक निर्माण विभाग की जगह पर प्री फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा जहां कोविड मरीजों को रखा जाएगा.
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