शिमलाः राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान को बचाने के कवायद अब जल प्रबंधन निगम द्वारा शुरू किए जा रहे हैं. पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के विशेषज्ञों की रिपोर्ट आने के बाद जल प्रबंधन अब जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है.
गुरुवार को शहरी विकास विभाग के सचिव रजनीश सहित पंजाब इंजीनियरिंग कालेज के विशेषज्ञों ने रिज मैदान का जायजा लिया और टैंक में पड़ी दरारों को भरने के लिए जल्द टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की बात कही.
टीम ने रिज टैंक के आसपास के क्षेत्र का भी दौरा किया. विशेषज्ञों की टीम दिसम्बर महीने में टैंक के अंदर की दरारों को मुआयना कर चुका है और अब इन दरारों को भरने से जुड़ी रिपोर्ट भी निगम को सौंप दी गई है.
बता दें कि रिज मैदान के नीचे बने टैंक में दरारें बढ़ने लगी है. रिज मैदान में बने पानी के टैंक में सफाई के दौरान दरारें नजर आई थी जिसके बाद आईआईटी रुड़की और आईआईटी दिल्ली को नगर निगम ने पत्र लिखा था और इसके मुरम्मत का आग्रह किया था, लेकिन दोनों का कोई जवाब नही आया.
वहीं, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के विशेषज्ञों ने इसका जायजा लिया था और कैसे इसकी दरारों को भरा जा सकता है इसको लेकर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.
शहरी विकास विभाग के सचिव ने कहा कि रिज मैदान के नीचे बने टैंक में दरारें आई हैं. इन दरारों को भरने को लेकर विशेषज्ञ ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और जल्द ही दरारों को भरने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी और अप्रैल माह में इसका कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
बता दें कि 110 साल पहले ब्रिटिशराज में रिज मैदान के नीचे वाटर टैंक बनाया गया है. टैंक में आर्क आकार के दस चैम्बर बनाए गए हैं जिसमें पानी स्टोर होता है. इस टैंक की ऊंचाई दस मीटर है और करीब पचास लाख लीटर पानी इसमें स्टोर होता है.
यहां से मालरोड, लोअर बाजार, कृष्णानगर, कैथू, अन्नाडेल, लकड़ बाज़ार, बस स्टैंड कर अलावा कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई होती है, लेकिन अब इस टैंक में दरारें आने से नगर निगम और जिला प्रशासन की चिंता भी बढ़ा दी है.
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