शिमला: शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए नगर निगम ने दो और मशीनें खरीदी है. रोड स्वीपिंग मशीन और गारबेज कंपेक्टर मशीन शहर के कूड़े को उठाने के साथ-साथ पानी की बौछारों के साथ सफाई करेगी. कम्पेक्टर एंड स्वीपिंग नामक ये मशीन राजधानी शिमला के गली कूचों को साफ करने से मकसद से शुरू की जा रही है.
शहरी विकास मंत्री ने दिखाई हरी झंडी
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिमला से हरी झंडी दिखाकर इन आधुनिक तकनीक से लैस मशीनों को रवाना किया. ये मशीन नगर निगम के अंतर्गत पड़ने वाले शहर की साफ-सफाई करेगी. 90 लाख रुपये की लागत से दोनों मशीनें निगम ने खरीदी है. पावर ग्रिड कॉरपोरेशन द्वारा दिए गए सीएसआर फंड के तहत ये मशीनें खरीदी गई है.
सफाई कर्मचारियों की कमी नहीं खलेगी
नगर निगम शिमला को हाल ही में स्मार्ट सिटी मिशन से दो रोड स्वीपिंग मशीनें मिली हैं. अब एक और रोड स्वीपिंग मशीन मिलने के बाद शहर में सफाई कर्मचारियों की कमी नहीं खलेगी. यह मशीन इंडियन मेड है. पुणे की कैम अविदा कंपनी से यह मशीन खरीदी गई है. इसके अलावा दो अन्य मशीनें जनवरी में शिमला पहुंचेंगी. इनमें सीवरेज लाइन क्लीनर और पहाड़ियों से कूड़ा उठाने वाली मशीन शामिल है. इन दोनों मशीनों की लागत 60 से 70 लाख के करीब होगी. इन मशीनों से शहर में सफाई करना अब और भी आसान हो जाएगा. नगर निगम शिमला ने सीएसआर फंड से रोड स्वीपिंग मशीन और गारबेज कंपेक्टर खरीदा है.
सड़कों को इन मशीनों के माध्यम से साफ रखा जा सकेगा
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि ये मशीन पर्यटन नगरी शिमला की सड़कों और गलियों में अत्याधुनिक ढंग से सफाई कर पाएगी. शहर की गलियों से लेकर सड़कों को इन मशीन के माध्यम से साफ रखा जा सकेगा. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि बड़े शहरों खासकर विदेशों में इस तरह की मशीनों का सफाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है. शिमला में भी अभी इन मशीनों की जरूरत महसूस की जा रही थी. इसी को ध्यान में रखते हुए शहर में सफाई का जिम्मा नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ यह मशीनें भी बखूबी निभा सकेंगी.
ये भी पढ़ें: टी-20 वर्ल्ड कप 2021 की मेजबानी करेगा HPCA स्टेडियम, देश के 8 स्टेडियम में धर्मशाला का भी नाम