शिमला/ छपराः बिहार के बच्चों में काफी प्रतिभा है, सिर्फ उसे निखारने की जरूरत है. इसके साथ ही बच्चों का एकमात्र उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई होना चाहिए. यह कहना है हिमाचल प्रदेश के शिमला में पोस्टेड आईजी जय प्रकाश सिंह (Jaiprakash Singh motivational speech in chapra) का. आईपीएस अधिकारी ने मंगलवार को बिहार के छपरा में आईआईटी और मेडिकल की तैयारी कर रहे बच्चों के बीच मोटिवेशनल स्पीच दी. जहां उन्होंने कहा कि बच्चों का एकमात्र उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई होनी चाहिए.
"आज बिहार के बच्चे कोटा और अन्य जगह पर एमबीबीएस और मेडिकल की तैयारी करने जाते हैं. लेकिन अब समय बदला है और छपरा जैसे शहर में भी मेडिकल और इंजीनियरिंग के कोचिंग क्लासेस चलाए जा रहे हैं. जिससे यहां के बच्चे भी भविष्य में कुछ कर सकें इसके लिए यहां पर भी अब इस तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं"- जय प्रकाश सिंह, आईजी शिमला
'रिटायरमेंट के बाद छपरा में ही रहना है': एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार और हिमाचल प्रदेश की आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, अपराधिक परिस्थितियां काफी भिन्न है. हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य में अपराध का ग्राफ काफी नीचे है, क्योंकि वहां की जनता काफी धार्मिक विचारधारा की है. उन्होंने कहा कि मेरी अपनी जन्मभूमि छपरा है और मैं रिटायरमेंट के बाद छपरा में ही रहना पसंद करूंगा. मैंने हिमाचल प्रदेश में कहीं भी कोई जमीन नहीं खरीदी है, क्योंकि मेरा वहां बसने का इरादा नहीं है.
बिहार में राजनीतिक कैरियर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा- 'मैंने कभी भी राजनीतिक कैरियर के विषय में नहीं सोचा है और ना ही मैं राजनीति में जाऊंगा. मैं मूलत: आर्मी पृष्ठभूमि से आता हूं और अभी 5 साल मेरी नौकरी है और मैं छपरा आकर ही रहूंगा'.
जयप्रकाश सिंह मूलतः छपरा जिले के निवासीः बता दें कि जयप्रकाश सिंह मूलतः बिहार के छपरा जिले के निवासी हैं. फिलहाल वह हिमाचल प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और शिमला में आईजी हैं. मंगलवार को वो निजी कार्यक्रम में छपरा में पहुंचे थे. जहां उन्होंने आईआईटी और मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों के बीच अपने मोटिवेशनल स्पीच से उनका मार्गदर्शन किया. साथ ही उन्होंने साफ-साफ कहा कि वो राजनीति में कभी नहीं जाएंगे. रिटायरमेंट के बाद बिहार में ही शिफ्ट करेंगे.
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