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बर्फबारी के बाद सड़कों से बर्फ हटाने का काम शुरु, कल्पा सम्पर्क मार्ग जल्द होगा बहाल - kinnaur PwD workers removing snow

जिला किन्नौर में दो दिनों से लगातार बर्फबारी से सड़क मार्ग जाम हो गए हैं. जिला के छितकुल, रकछम, नाको, सांगला, कल्पा में करीब ढाई फिट से अधिक बर्फबारी हुई है. अब पीडब्ल्यूडी कल्पा डिवीजन की मशीनें सड़कों से बर्फ हटाने का काम कर रही है. विभाग का कहना है कि जल्द मार्गों को बहाल किया जाएगा.

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Published : Jan 29, 2020, 3:37 PM IST

किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर में दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है. ऐसे में जिला के लगभग सभी सम्पर्क मार्ग अवरुद्ध हैं और वाहनों की आवजाही थम गई है. जिला के छितकुल, रकछम, नाको, सांगला, कल्पा में करीब ढाई फिट से अधिक बर्फबारी हुई है.

ऐसे में इन क्षेत्रों में सड़कें बहाल करने विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नही है. बता दें कि बर्फबारी से जिला मुख्यालय रिकांगपिओ व आसपास के सभी इलाकों में सड़कों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है, जिसमें वाहनों की आवजाही पिछले कल से थम गई थी, लेकिन अब पीडब्ल्यूडी कल्पा डिवीजन की मशीनें सड़कों से बर्फ हटाने का काम कर रही हैं.

वीडियो.

विभाग के अनुसार रिकांगपिओ से सब्जी मोहल्ला क्षेत्र में शाम तक सड़क बहाली की संभावना है. विभाग का कहना है कि मशीनों के टायर भी बर्फबारी मे फिसल रहे हैं. जिला किन्नौर में अब तक करीब पूरे महीने की बर्फबारी का पैमाना मापा जाए तो 8 फिट से अधिक बर्फबारी हो चुकी है.

वहीं, पहाड़ो में 18 फिट से अधिक बर्फबारी हुई है. जिला में 2013 के बाद सबसे अधिक बर्फबारी इस साल हुई है और अब नदी-नालों में फिर से गलेशियरों का खतरा बना हुआ है. जिला में पिछले दिनों भी ग्लेशियर ने लोगों व प्रशासन का करोड़ों का नुकसान किया है. गलेशियर से अभी किसी व्यक्ति के जानमाल को नुकसान नही हुआ है.

ये भी पढ़ें- किन्नौर का ऊपरी क्षेत्र संचार सेवाओं से कोसो दूर, मंत्री के वादे के बाद नहीं मिली लोगों को सुविधाएं

किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर में दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है. ऐसे में जिला के लगभग सभी सम्पर्क मार्ग अवरुद्ध हैं और वाहनों की आवजाही थम गई है. जिला के छितकुल, रकछम, नाको, सांगला, कल्पा में करीब ढाई फिट से अधिक बर्फबारी हुई है.

ऐसे में इन क्षेत्रों में सड़कें बहाल करने विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नही है. बता दें कि बर्फबारी से जिला मुख्यालय रिकांगपिओ व आसपास के सभी इलाकों में सड़कों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है, जिसमें वाहनों की आवजाही पिछले कल से थम गई थी, लेकिन अब पीडब्ल्यूडी कल्पा डिवीजन की मशीनें सड़कों से बर्फ हटाने का काम कर रही हैं.

वीडियो.

विभाग के अनुसार रिकांगपिओ से सब्जी मोहल्ला क्षेत्र में शाम तक सड़क बहाली की संभावना है. विभाग का कहना है कि मशीनों के टायर भी बर्फबारी मे फिसल रहे हैं. जिला किन्नौर में अब तक करीब पूरे महीने की बर्फबारी का पैमाना मापा जाए तो 8 फिट से अधिक बर्फबारी हो चुकी है.

वहीं, पहाड़ो में 18 फिट से अधिक बर्फबारी हुई है. जिला में 2013 के बाद सबसे अधिक बर्फबारी इस साल हुई है और अब नदी-नालों में फिर से गलेशियरों का खतरा बना हुआ है. जिला में पिछले दिनों भी ग्लेशियर ने लोगों व प्रशासन का करोड़ों का नुकसान किया है. गलेशियर से अभी किसी व्यक्ति के जानमाल को नुकसान नही हुआ है.

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Intro:किन्नौर न्यूज़।

भारी बर्फभारी के कई घण्टो बाद पीडब्ल्यूडी विभाग की मशीने सड़को से हटा रही बर्फभारी, जल्द कल्पा सम्पर्क मार्ग बहाली की संभावना।

किन्नौर-जनजातीय जिला किंन्नौर में दो दिनों से लगातार बर्फभारी हो रही है ऐसे में जिला के लगभग सभी सम्पर्क मार्ग अवरुद्ध है और वाहनो की आवजाही थम गई है जिला के छितकुल,रकछम
नेशङ्ग,नाको,सांगला,कल्पा में करीब ढाई फिट से अधिक बर्फभारी हुई है ऐसे में इन क्षेत्रों में सड़के बहाल करने विभाग के लिए किसी चुनोती से कम नही है।




Body:बता दे कि बर्फभारी से जिला मुख्यालय रिकांगपिओ व आसपास के सभी इलाको में सड़कों पर बर्फ़ की मोटी चादर बिछ गई है जिसमे वाहनो की आवजाही पिछले कल्ड से थम गई थी लेकिन अब पीडब्ल्यूडी कल्पा डिवीजन की बड़ी बड़ी मशीने सड़को से बर्फ़ हटाने का काम कर रही है और रिकांगपिओ से सब्जिमोहल्ला क्षेत्र में शाम तक सड़क बहाली की संभावना है क्यों कि मशीनों के टायर भी इस बर्फभारी मे फिसल रहे है हालांकि इन मशीनों ने टायरों में लोहे के चेन लगाए है जिसके चलते सड़को से बर्फ़ हटाने में मशीने सफल हो रही है।





Conclusion:जिला किन्नौर में अबतक करीब पूरे महीने की बर्फभारी का पैमाना मापा जाए तो 8 फिट से अधिक बर्फभारी हो चुकी है वही पहाड़ो में 18 फिट से अधिक बर्फभारी हुई है जिला में 2013 के बाद सबसे अधिक बर्फभारी इस वर्ष हुई है और अब नदी नालों में फिर से ग्लेशियरों का खतरा बना हुआ है जिला में पिछले दिनों भी ग्लेशियर ने लोगो व प्रशासन का करोड़ो का नुकसान किया है वही गलेशियर से अभी किसी व्यक्ति के जानमाल को नुकसान नही हुआ है।
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