शिमला: विधायकों और पूर्व विधायकों के यात्रा भत्ते में बढ़ोतरी करने का फैसला सरकार के गले की फांस बनता जा रहा है. आलम ये है कि विधानसभा गेट से सामाजिक कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन और लोअर बाजार में दुकान-दुकान जाकर लोगों से भीख मांगकर चंदा इकट्टा किया .
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पक्ष-विपक्ष ने यात्रा भत्ता बढ़ोतरी के लिए पूर्ण बहुमत से विधानसभा में बिल पास कर दिया, लेकिन आम आदमी की समस्या फाइलों में दबी रह जाती है. विधानसभा में बिना किसी विरोध के मंत्री विधायकों के भत्ते तो बढ़ जाते हैं, लेकिन आउट सोर्स व अन्य कर्मियों को कम पैसों में ही अपने परिवार का भरण-पोषण करना पड़ता है.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कर्मचारियों के भत्तों में बढ़ोतरी करनी हो तो कई साल लग जाते हैं. सरकार एक और कहती है कि 2500 से ऊपर वाला आम आदमी बीपीएल में नहीं आता है, लेकिन मंत्री विधायको के लाखों रुपये वेतन होने के बावजूद भी ये भत्ता में बढ़ोतरी कर रहे हैं. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी यात्रा भत्ते का विरोध उपायुक्त कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करके किया.