शिमला: जिला शिमला में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ खास बचाव के उपाय बताए हैं. वायरस को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला शिमला डॉ. जितेंद्र चौहान ने बताया कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. इसमें आप जुखाम, खांसी, बुखार से खुद को बचाएं.
डॉ. जितेंद्र चौहान ने बताया कि यह वायरस 6 वर्ष से कम और 80 वर्ष से अधिक उम्र वालों को ज्यादा प्रभावित करता है. इससे बचने के लिए आप नियमित तौर पर साबुन और पानी से हाथ को कम से कम 20 सेकेंड तक धोएं. बैक्टीरिया को मारने वाला अच्छा सेनेटाइजर का भी उपयोग कर सकते हैं. ऐसा करने से हाथों पर रहने वाले वायरस से छुटकारा मिल जाएगा. अपने आसपास के लोगों के साथ उचित दूरी बनाकर रखें, कम से कम 3 फीट का फासला बनाए रखने की कोशिश करें.
जब कोई व्यक्ति खांसता है या छींकता है, तो हवा में वायरस फैल जाते हैं. अगर आप ज्यादा करीब रहेंगे तो सांस के रास्ते ये वायरस आपके शरीर में जा सकता है. दूषित हथेली से वायरस नाक, मुंह या आंखों के जरिए शरीर में जा सकता है. छींकते वक्त टिशू का इस्तेमाल करें अपने आसपास सफाई का खासतौर से ख्याल रखें.
ध्यान रहे कि छींकते या खांसते वक्त नाक और मुंह को टिशू से ढंक लें और तुरंत बाद इस टिशू को डस्टबीन में फेंक दें. छींकने से निकलने वाले तरल पदार्थ में ढेरों वायरस होते हैं और ये तेजी से फैल सकते हैं. बुखार, खांसी-जुकाम को हल्के में न लें अगर आपको बुखार, खांसी है या सांस लेने में परेशानी हो रही है तो तुरंत डॉक्टर के पास जांच करवाए.
ये लक्षण दिखे तो रहें सावधान
- बुखार, खांसी और जुखाम हो तो यात्रा न करें
- शरीर में तेज दर्द के साथ कमजोरी
- लिवर और किडनी में परेशानी
- सांस में तकलीफ होना
- निमोनिया के लक्षण दिखना
- पाचन क्रिया में अचानक तकलीफ होना
ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कहर से शिमलावासी खौफ के साए में है. वायरस को देखते हुए शहरवासी पूरी तरह से सावधानी बरतते हुए नजर आ रहे हैं. शहरवासी अपनी जेब में रखकर सेनेटाईजर का इस्तेमाल करते हुए दिख रहे हैं. वहीं, भीड़ भाड़ वाले इलाकों से भी दूरी बनाकर रख रहे हैं.
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