शिमला: हिमाचल के कुल्लू जिला में हुए निजी बस हादसे को लेकर कांग्रेस ने परिवहन मंत्री पर बस मालिक को बचाने के आरोप लगाए हैं. कांग्रेस का कहना है कि एक तरफ जहां मुख्यमंत्री जयराम ने न्यायिक जांच के निर्देश दिए, वहीं दूसरी ओर परिवहन मंत्री गोबिंद ठाकुर ने जांच से पहले ही बस मालिक को क्लीन चिट दे दी है.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि बंजार हादसे में 45 लोगों की मौत हो गई है. दूसरे देश में ऐसा हादसा होता तो पूरा प्रशासन सड़कों पर होता और जिम्मदार लोग इस्तीफा दे देते. लेकिन यहां जांच पूरी होने से पहले ही परिवहन मंत्री ने बस मालिक को क्लीन चिट दे दी है. इस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. बस मालिक को तीन रूट दिए गए है जहां बसे भरी होती हैं जिस बस का हादसा हुआ वो भी परिवहन निगम से नीलामी पर लिया गया था.
पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर ने कहा की हादसे के बाद भी प्रशासन सुस्त नजर आया. घायलों को जब बंजार अस्पताल लाया गया वहां बिजली नहीं थी और अंधेरे में मोबाइल की टॉर्च की मदद से इलाज किया गया. घायलों को पीजीआई रेफेर किया गया. जिसमें कई लोगो की मौत रास्ते में ही हो गई और यदि सरकार हेलीकॉप्टर मुहैया करवा देती तो लोगों की जानें बच सकती थी लेकिन सरकार की लापरवाही से लोगों की जानें गई हैं.
कुलदीप राठौर ने कहा कि जांच के बाद कुछ दिन तक लोगों को परेशान किया जाएगा उसके बाद फिर वही व्यवस्था नजर आएगी. सरकार सड़कों की हालत सुधारने को लेकर लापरवाही बरत रही है. बंजार में जहां ये हादसा हुआ वहां क्रेश बेरियर नहीं थे और ये सड़क मुख्यमंत्री के चुनाव क्षेत्र में जाती है जिसकी हालत काफी खस्ता है. उन्होंने कहा कि सरकार ने घायलों को मात्र पांच हजार की राशि दी है जो काफी कम है. हादसे में घायल हुए लोगो को 50 हजार देने की राठौर ने मांग की है.
राठौर ने कहा कि परिवहन निगम की 700 में से 370 नई बसें खड़ी है जिसमें से कुल्लू में ही 25 बसें खड़ी हैं. उन्होंने कहा कि जब बसें है तो मंत्री बताए इसका प्रयोग क्यों नहीं किया जाता है. इन बसों को ऐसे रूट पर क्यों नहीं चलाया जा रहा है? क्या निजी बस मालिकों को फायदा पहुंचाने के लिए ये बसें खड़ी की गई है.