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एसएसबी कैंप शालाबाग में पासिंग आउट परेड का आयोजन, इन सीमाओं पर तैनात होंगे 250 जवान - भारत भूटान की खुली सीमा

शिमला जिले के रामपुर उपमंउल के सराहन स्थित एसएसबी कैंप शालाबाग (SSB Camp Shalabagh in Rampur) में शुक्रवार को पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया. जिसमें उप महानिरीक्षक(प्रशिक्षण) बल मुख्यालय नई दिल्ली एचबीके सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. वहीं अतिरिक्त प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल सराहन अनिल कुमार, कार्यवाहक द्वितीय कमान अधिकारी करण चौहान विशेष रूप से उपस्थित रहे.

SSB Camp Shalabagh
एसएसबी कैंप शालाबाग
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Published : Apr 8, 2022, 8:58 PM IST

रामपुर: शिमला जिले के रामपुर उपमंउल के सराहन स्थित एसएसबी कैंप शालाबाग (SSB Camp Shalabagh in Rampur) में शुक्रवार को पासिंग आउट परेड (Passing out parade in Shalabagh) का आयोजन किया गया. जिसमें उप महानिरीक्षक(प्रशिक्षण) बल मुख्यालय नई दिल्ली एचबीके सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. वहीं, अतिरिक्त प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल सराहन अनिल कुमार, कार्यवाहक द्वितीय कमान अधिकारी करण चौहान विशेष रूप से उपस्थित थे. 44 सप्ताल तक चले इस प्रशिक्षण अभियान में 250 प्रशिक्षणार्थियों ने पूर्ण सैनिक का दर्जा प्राप्त किया, जो भारत नेपाल और भारत भूटान की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर तैनात किए जाएगें.

प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को कठोर शारीरिक दक्षता, क्रॉस कंट्री, बीपीईटी, ऑब्सटेकल, हथियारों की प्रचालन दक्षता आदि के बारे में विस्तार से जानकारियां दी गई. इसके साथ इन जवानों को भूमिकला, युद्ध कौशल कला, मैप रीडिंग ड्रिल, इंटेलिजेंस, सीमा प्रबंधन, कानून, संचार, आपदा प्रबंधन कंप्यूटर, विशेष उपकरण जैसे जीपीएस,मेटल डिटेक्टर, एनवीडी और फेक करेंसी की जांच आदि विषयों पर जानकारी दी गई.

सशस्त्र सीमा बल पूर्व में देश के सीमावर्ती इलाकों की जनसंख्या को संगठित कर उन्हें देश समाज की मुख्य धारा में जोड़ने का कार्य करती थी. भारत नेपाल, भारत भूटान की खुली सीमाओं (India Bhutan open border) की चौकसी, पड़ोसी एवं मित्र राष्ट्र होने के नाते इसकी सुरक्षा एक चुनौतीपूर्ण कार्य है. जिसे देखते हुए वर्ष 2001 से सशस्त्र सीमा बल को एक सशस्त्र बल के रूप में भारत नेपाल सीमा पर एवं वर्ष 2004 से भारत भूटान सीमा पर तैनात किया गाय था. इसके अलावा अनेक राज्यों में आंतरिक सुरक्षा के रूप में भी सशस्त्र सीमा बल की तत्पर तैनाती की जाती रही है.

ये भी पढ़ें: शिमला में शुरू हुआ भाजपा का महासंपर्क अभियान, सौदान सिंह ने बूथ अध्यक्ष के घर के बहार लगाई पट्टिका

रामपुर: शिमला जिले के रामपुर उपमंउल के सराहन स्थित एसएसबी कैंप शालाबाग (SSB Camp Shalabagh in Rampur) में शुक्रवार को पासिंग आउट परेड (Passing out parade in Shalabagh) का आयोजन किया गया. जिसमें उप महानिरीक्षक(प्रशिक्षण) बल मुख्यालय नई दिल्ली एचबीके सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. वहीं, अतिरिक्त प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल सराहन अनिल कुमार, कार्यवाहक द्वितीय कमान अधिकारी करण चौहान विशेष रूप से उपस्थित थे. 44 सप्ताल तक चले इस प्रशिक्षण अभियान में 250 प्रशिक्षणार्थियों ने पूर्ण सैनिक का दर्जा प्राप्त किया, जो भारत नेपाल और भारत भूटान की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर तैनात किए जाएगें.

प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को कठोर शारीरिक दक्षता, क्रॉस कंट्री, बीपीईटी, ऑब्सटेकल, हथियारों की प्रचालन दक्षता आदि के बारे में विस्तार से जानकारियां दी गई. इसके साथ इन जवानों को भूमिकला, युद्ध कौशल कला, मैप रीडिंग ड्रिल, इंटेलिजेंस, सीमा प्रबंधन, कानून, संचार, आपदा प्रबंधन कंप्यूटर, विशेष उपकरण जैसे जीपीएस,मेटल डिटेक्टर, एनवीडी और फेक करेंसी की जांच आदि विषयों पर जानकारी दी गई.

सशस्त्र सीमा बल पूर्व में देश के सीमावर्ती इलाकों की जनसंख्या को संगठित कर उन्हें देश समाज की मुख्य धारा में जोड़ने का कार्य करती थी. भारत नेपाल, भारत भूटान की खुली सीमाओं (India Bhutan open border) की चौकसी, पड़ोसी एवं मित्र राष्ट्र होने के नाते इसकी सुरक्षा एक चुनौतीपूर्ण कार्य है. जिसे देखते हुए वर्ष 2001 से सशस्त्र सीमा बल को एक सशस्त्र बल के रूप में भारत नेपाल सीमा पर एवं वर्ष 2004 से भारत भूटान सीमा पर तैनात किया गाय था. इसके अलावा अनेक राज्यों में आंतरिक सुरक्षा के रूप में भी सशस्त्र सीमा बल की तत्पर तैनाती की जाती रही है.

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