किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में भारी बर्फबारी के बाद अब सड़कों पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में सड़कों पर चलना खतरों से खाली नहीं है. जिला के 70 संपर्क मार्ग पर अभी भी वाहनों की आवाजाही ठप है. लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए पैदल ही जाना पड़ रहा है.
जिला के नेशनल हाईवे पांच पर अभी तक वाहनों का आवाजाही बहाल नहीं हो पाई है. बीते कल किन्नौर के सांगला, टिंकू नाला, भगत नाला, पुरबनी झूला में सड़क पर ग्लेशियर आने से 8 घंटे बाद एनएच बहाल हुआ था. इस दौरान यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. वहीं, शोंगठोंग व नाथपा में पहाड़ों से चट्टान गिरने से एनएच पांच पर दो घंटे वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही थी.
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह नेशनल हाईवे पांच पर भूस्खलन की वजह से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है. इस बारे में एसडीएम कल्पा ने कहा कि जिला में लगभग सभी संपर्क मार्ग को बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग काम पर लगा हुआ है. कई दूरदराज इलाकों में सड़क को बहाल कर दिया गया है. जल्द ही सभी संपर्क मार्गों पर वाहानों की आवाजाही शुरु हो जाएगी.
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