चंबा: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर सियासत गरमाने लगी है. कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री संचालन समिति की संयोजक और डलहौजी से विधायिका आशा कुमारी ने अपने निवास स्थान जन्द्रीघाट में पत्रकार वार्ता के दौरान हाल ही में भाजपा ज्वाइन करने वाले कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन पर जुबानी हमला बोला है.
आशा कुमारी बोली- दम था तो ये सब वीरभद्र सिंह के सामने बोलते: आशा कुमारी ने कहा कि हर्ष महाजन पिछले 15 सालों तक कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध अंदर से काम कर रहे थे. अब भाजपा ज्वाइन करी है तो कांग्रेस के खिलाफ काम करेंगे. लेकिन जो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ अनाप-शनाप बयान बाजी कर रहे हैं, इसका कांग्रेस कड़ा विरोध करती है. आशा कुमारी ने (Asha Kumari Target Harsh Mahajan) रोष जताते हुए कहा कि अगर दम था तो ये सब उस समय कहा होता जब स्वर्गीय वीरभद्र सिंह जिंदा थे.
हर्ष महाजन के जाने से नहीं पड़ता फर्क: विधायक आशा कुमारी ने हर्ष महाजन पर तंज कसते हुए कहा की इन्होंने हमेशा ही कांग्रेस के खिलाफ कार्य किया है. इनके पिता जी ने सबसे पहले स्वतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ा और उसके बाद कांग्रेस पार्टी में आए और मंत्री बने. हालांकि इनकी माताजी की टिकट 1985 में काटी गई तो उनकी माताजी ने मेरे खिलाफ ही आजाद चुनाव लड़ा और उनकी जमानत भी जब्त हो गई. आशा कुमारी ने कहा कि हर्ष महाजन के जाने से चंबा की राजनीति पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है उल्टा नुकसान पहले हो रहा था.
आशा बोलीं- हिमाचल में रिवाज नहीं सरकार बदलेगी: विधायक आशा कुमारी ने निशाना साधते हुए कहा कि हर्ष महाजन जो भी कांग्रेस के खिलाफ झूठा शगूफा छोड़ रहे हैं वह बेबुनियाद है. हर्ष महाजन 15 सालों से एक्टिव पॉलिटिक्स में नहीं हैं. आशा कुमारी ने कहा कि जिस तरह भाजपा राजनीति की चाह में ईडी, सीबीआई और आईटी का प्रयोग कर रही है, उससे जाहिर है कि इनको जनता पर भरोसा नहीं है. आशा कुमारी ने कहा कि मुख्यमंत्री को बता दूं कि हिमाचल प्रदेश में रिवाज नहीं सरकार बदलेगी और दो तिहाई बहुमत से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने जा रही है.
हर्ष महाजन कौन हैे: हर्ष महाजन हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी रहे हैं. हिमाचल की चंबा विधानसभा सीट से 3 बार विधायक रहे हर्ष महाजन वीरभद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं. हिमाचल प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष के तौर पर भी सेवाएं दी हैं. हिमाचल में (Who is Harsh Mahajan) कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे हर्ष महाजन को कुछ समय पहले ही पार्टी आलाकमान ने कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी. हर्ष महाजन ने भले बीते 15 साल से चुनाव ना लड़ा हो लेकिन वो वीरभद्र सिंह के रणनीतिकारों में से प्रमुख थे.
क्यों छोड़ी कांग्रेस: बताया जा रहा है कि वीरभद्र सिंह के करीबी रहे हर्ष महाजन से प्रदेश कांग्रेस के संगठन ने दूरी बना ली थी. मौजूदा वक्त में प्रदेश कांग्रेस की कमान वीरभद्र सिंह की पत्नी और मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह के हाथ है. बताया जा रहा है संगठन में पूछ ना होने के कारण और कार्यकारी अध्यक्ष होने के बावजूद टिकट वितरण में अनदेखी के बाद उन्होंने ये बड़ा कदम उठाया और बुधवार को कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया.
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