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ठियोग में महादेव के लिए सजा शादी का मंडप, लोगों ने व्रत का किया उद्यापन - महाशिवरात्रि न्यूज शिमला

शिमला के उपमंडल ठियोग में महाशिवरात्रि का त्यौहार अलग ही रीति-रिवाज के साथ में मनाया जाता है. दरअसल स्थानीय निवासी शिवरात्रि का तीन दिन तक व्रत रखते हैं और उसके बाद उद्यापन करते हैं.

mahashivratri celebrated in shimla
भगवान शिव के लिए सजाया गया मंडप
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Published : Feb 21, 2020, 9:07 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में शिवरात्रि उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. प्रदेश के सभी हिस्सों में इसे मनाने का अलग-अलग विधान है. इसी तरह जिला के उपमंडल ठियोग में भी शिवरात्रि उत्सव की अपनी अनूठी परंपरा और रीति-रिवाज है.

ठियोग में लोग शिवरात्रि का तीन दिन तक व्रत रखते हैं और उसके बाद उद्यापन करते हैं. शिवरात्रि के दौरान भगवान शिव की शादी के लिए विशेष रुप से मंडप सजाया जाता है और भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है.

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ये भी पढ़ें: काठगढ़ में जिला स्तरीय महाशिवरात्रि का आयोजन, तीन दिन तक चलेगा विभिन्न कार्यक्रमों का दौर

बता दें कि फागुन मास की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को शिवरात्रि महोत्सव पुरे विश्व में मनाया जाता है और भक्त शिव का पंचोउपचार, दशोउपचार, षोडशोपचार पूजन करते हैं. साथ ही महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोले नाथ का दूध, गंगाजल, दही, शहद और शक्कर से अभिषेक किया जाता है. साथ ही भोले नाथ की शिवलिंग पर बिलपत्र, भांग धतूरा चढ़ाकर उनका आशीर्वाद लिया जाता है.

शिमला: हिमाचल प्रदेश में शिवरात्रि उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. प्रदेश के सभी हिस्सों में इसे मनाने का अलग-अलग विधान है. इसी तरह जिला के उपमंडल ठियोग में भी शिवरात्रि उत्सव की अपनी अनूठी परंपरा और रीति-रिवाज है.

ठियोग में लोग शिवरात्रि का तीन दिन तक व्रत रखते हैं और उसके बाद उद्यापन करते हैं. शिवरात्रि के दौरान भगवान शिव की शादी के लिए विशेष रुप से मंडप सजाया जाता है और भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है.

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