शिमला: सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं का हुनर किसी (Lakkar Bazar Girls School) से कम नहीं है. यदि इन छात्राओं को मौका मिले, तो अपना लोहा मनवा लेती है. ऐसा ही शिमला के एक सरकारी कन्या स्कूल में भी देखने को मिला है. जहां छात्राओं ने अपने हुनर का लोहा मनवाया है और बाल विज्ञान प्रतियोगिता में जिला भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. जिला स्तरीय बाल विज्ञान (Science Competition Organized in Shimla) कांग्रेस द्वारा आयोजित विभिन्न गतिविधियों में राजकीय कन्या विद्यालय लक्कड़ बाजार शिमला के विद्यार्थियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है.
विद्यालय की छात्रा देविका ने साइंटिफिक प्रोजेक्ट रिपोर्ट में जिला भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया और उनका चयन बाल विज्ञान कांग्रेस में राज्य स्तर के (Children Science Congress Himachal) लिए किया गया है. देविका का प्रोजेक्ट चील की पत्तियों का स्वरोजगार के साधन के रूप में और पर्यावरण को बचाने पर था. प्रतियोगिता में इस प्रोजेक्ट की बहुत सराहना की गई. इस प्रोजेक्ट की गाइड टीचर जीव विज्ञान के प्रवक्ता धर्मवीर कौर ने बताया कि हिमाचल जैसे राज्य में ग्रामीण स्तर पर रोजगार प्रदान करने में यह प्रोजेक्ट बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है.
उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में विद्यालय की छात्राओं द्वारा गीले कचरे पर आधारित मॉडल की भी प्रशंसा की गई, जिसे कुमारी तमन्ना ने बनाया है. जबकि, एक्टिविटी कॉर्नर में निकिता ठाकुर का प्रदर्शन भी सराहनीय रहा. विद्यालय के प्रधानाचार्य भूपेंद्र सिंह ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों और उनके गाइड टीचर्स को शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा कि विद्यालय के युवा वैज्ञानिकों द्वारा इस तरह की गई पहल (Lakkar bazar school won competition) का दूरगामी प्रभाव पड़ेगा.
उन्होंने छात्राओं के विज्ञान में बेहतर योगदान के लिए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की. उन्होंने विज्ञान संकाय के अध्यापक संजीव शर्मा धर्मवीर कौर जयमाला वैद्य ममता कौंडल और सुदर्शन सिंह का (Girls school in Shimla) विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के लिए धन्यवाद किया. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली इन छात्राओं के जहां परिजन खुश हैं, वहीं, स्कूल की अन्य छात्राओं में भी उत्साह है कि वह भी अपनी छिपी हुई प्रतिभा को बाहर ला सकते हैं.
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