हमीरपुर:सत्ता में आने के डेढ़ वर्ष बाद जयराम सरकार ने पूर्व सैनिक निगम के चेयरमैन एवं मुख्य प्रबंधक निदेशक का पद आखिरकार भर दिया है. कारगिल विजय की 20 वीं वर्षगांठ पर सीएम के गृह जिला से संबंध रखने वाले कारगिल वॉर हीरो ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को निगम की कमान सौंपी गई है.
बता दें कि कारगिल युद्ध में 18 ग्रेनेडियर यूनिट का नेतृत्व करने वाले हीरो खुशाल ठाकुर पिछले लोकसभा चुनावों में टिकट की दौड़ में भी शामिल रहे हैं. वे मंडी के वर्तमान सांसद रामस्वरूप शर्मा के कवरिंग कैंडिडेट के तौर पर भी पिछले लोकसभा चुनावों में भाजपा की ओर से पर्चा भर चुके हैं. लंबे समय से सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर किरतपुर से मनाली तक बन रहे फोरलेन ने प्रभावित एवं विस्थापित हुए लोगों की आवाज उठा रहे हैं, वे फोरलेन संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं.
ब्रिगेडियर खुशाल सिंह ठाकुर (फाइल) कारगिल युद्ध में अदम्य साहस दिखाने के साथ ही सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को ऑपरेशन खुखरी के लिए भी देश भर में विशेष पहचान मिली उन्होंने विदेशी धरती पर सैकड़ों भारतीयों को सुरक्षित निकालने में अहम भूमिका अदा की थी. अफ्रीका के सियारेलोन से वर्ष 2000 यूनाइटेड नेशन पीसकीपिंग के 240 जवानों को विद्रोहियों से रिहा करवाया था. इनमें 234 भारतीय जवान भी शामिल थे. 15 जुलाई 2000 को शुरू हुए ऑपरेशन के दौरान ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर 18 ग्रेनेडियर के कप्तान थे और उनके पास 900 जवानों की यूनिट थी. ऑपरेशन के दौरान उनके साथ गोरखा रेजिमेंट और वायु सेना भी साथ थे. 16 जुलाई को विद्रोहियों के चंगुल से उन्होंने 240 जवानों को रिहा करवाया था. इस ऑपरेशन में 1 जवान शहीद हो गया था और दो जवान घायल हुए थे. अब ऑपरेशन खुकरी पर शाहरुख खान प्रोडक्शन के बैनर तले एक फिल्म का निर्माण भी किया जा रहा है जिसमें ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर की भूमिका शाहरुख खान निभाएंगे.
ब्रिगेडियर खुशाल सिंह ठाकुर (फाइल) सूत्रों की मानें तो इस हॉट सीट के तलबगारों की एक लंबी फेहरिस्त थी. प्रदेश सरकार इस पद पर अभी तक किसी भी पार्टी पदाधिकारी की नियुक्ति नहीं कर पाई थी. वीरभद्र सिंह सरकार में इस पद पर मेजर जनरल बिक्रम सिंह कंवर थे, लेकिन उनके आकस्मिक निधन के बाद सरकार ने इस पद पर कर्नल विधि चंद लगवाल की नियुक्ति की, लेकिन उनकी नियुक्ति के कुछ माह बाद ही विधानसभा चुनाव हो गए. जिसमें कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन के बाद निगम में चेयरमैन और सीएमडी पद से कर्नल वीसी लगवाल ने दिसंबर 2017 में इस्तीफा दे दिया. तब से यह पद खाली चल रहा था. इस पद पर सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी की ताजपोशी होती रही है. वर्तमान में चेयरमैन और सीएमडी का अतिरिक्त कार्यभारी उपायुक्त हमीरपुर के पास था. पूर्व सैनिक निगम का मुख्यालय हमीरपुर में है. ब्रिगेडियर खुशाल सिंह ठाकुर (फाइल) वर्तमान में कितने पूर्व सैनिकों को रोजगार निगम के माध्यम से एससीसी सीमेंट कंपनी बरमाणा, अंबुजा दाड़लाघाट और अल्ट्रटेक सीमेंट कंपनी प्लांट बाघा में पूर्व सैनिकों के 1800 ट्रक सेवाएं दे रहे हैं. जबकि 1810 पूर्व सैनिक लगभग 85 प्रोजेक्टों में सिक्योरिटी की सेवाएं दे रहे हैं. हालांकि वीर भूमि के नाम से जाने जाने वाले हिमाचल प्रदेश में हजारों की तादाद में पूर्व सैनिक हैं. वर्तमान समय में 1,53,800 पूर्व सैनिक है इसमें 35,000 पूर्व सैनिकों की विधवाएं भी शामिल हैं. हालांकि इस तादाद को देखते हुए सिक्योरिटी और बड़े प्रोजेक्टों में ट्रक लगाने के माध्यम से रोजगार कम ही मिला है.यह है निगम के कार्य सेवानिवृत्ति के बाद पूर्व सैनिकों को पुन: रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए सीमेंट कंपनियों में ट्रक लगवाने के अलावा विभिन्न विभागों व निजी कंपनियों में पूर्व सैनिकों को रोजगार उपलब्ध करवाना पूर्व सैनिक निगम का मुख्य कार्य है. निगम कार्यालय में प्रत्येक माह की 15 और 25 तारीख को पूर्व सैनिकों के साक्षात्कार लिए जाते हैं. इसके अलावा पूर्व सैनिकों के बच्चों को एनडीए की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 15 दिन की कोचिंग और नीट जेईई सहित अन्य कई परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग में भी मुहैया करवाई जा रही है.ब्रिगेडियर खुशाल सिंह ठाकुर (फाइल)