किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में बीते कई महीनों से पीने के पानी की भारी समस्या बनी हुई है जिससे लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पानी की समस्याओं को देखते हुए आईपीएच विभाग रिकांगपिओ ने सोमवार को छह फीट बर्फबारी के बीच 3900 मीटर उचाई वाले काशंग कंडा जाकर पानी के मुख्य स्त्रोत को ठीक करने की कोशिश की.
बता दें कि जेसीबी मशीनों से भी बर्फ हटाना काफी मुश्किल हुआ है .वहीं, अधिक बर्फबारी व ग्लेशियरों के आने से पानी के मुख्य स्रोत टूट चुके हैं जिसे ठीक करने में विभाग को महीने लग सकते हैं. वहीं, काशंग नाला से रिकांगपिओ व आठ अन्य पंचायतों को इस स्त्रोत से पीने का पानी सप्लाई होता है, ऐसे में इस मुख्य स्रोत पर ग्लेशियरों के गिरने से सारी मुख्य पाइपलाइन टूट कर बिखर गयी है.
इससे आईपीएच विभाग को भी करोड़ों का नुकसान हुआ है. वहीं, आईपीएच विभाग एक्सईएन ने बताया कि काशंग नामक पानी के मुख्य स्रोत को ठीक करने में विभाग को काफी समय लग सकता है. यहां पर करीब 8 फीट के आसपास बर्फ व ग्लेशियर गिरा है जिसमें सारी पाइपलाइन दब गयी है.
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