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ऑनलाइन परामर्श के लिए बिलासपुर एम्स में ई-संजीवनी OPD का शुभारम्भ, सीएम जयराम ने किया उद्घाटन

शिमला के होटल पीटरहॉफ से ई-संजीवनी OPD का ऑनलाइन उद्घाटन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया. वहीं, दूसरे पोर्टल ई-संजीवनी ओपीडी पर राज्य का कोई भी व्यक्ति चिकित्सा महाविद्यालय के टेली हब में तैनात किसी भी चिकित्सक से टेली परामर्श प्राप्त कर सकता है.

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Published : May 22, 2021, 8:32 PM IST

शिमलाः ऑनलाइन परामर्श के लिए बिलासपुर स्थित एम्स में ई-संजीवनी ओपीडी का शुभारम्भ किया गया है. एम्स में ई-संजीवनी ओपीडी शुरू होने से प्रदेश में गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को राहत मिलेगी. कोरोना काल में गंभीर बीमारियों से ग्रसित रोगी नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान जाकर ही ई-संजीवनी की सहायता से विशेषज्ञ चिकित्सकों की राय ले सकेंगे.

शिमला के होटल पीटरहॉफ से ऑनलाइन उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से हेल्थ एवं वैलनेस केंद्रों व उप-स्वास्थ्य केन्द्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सा अधिकारी, आईजीएमसी शिमला, आरपीजीएमसी टांडा और एसएलबीएसजीएमसी नेरचौक में स्थापित तीन टेली हब के विशेषज्ञों से टेली परामर्श प्राप्त कर सकते हैं और अब एम्स भी इस कड़ी में जुड़ गया है.

वहीं, ई-संजीवनी ओपीडी पर राज्य का कोई भी व्यक्ति चिकित्सा महाविद्यालय के टेली हब में तैनात किसी भी चिकित्सक से टेली परामर्श प्राप्त कर सकता है. उन्होंने कहा कि अब तक ई-संजीवनी ओपीडी सुबह 9.30 से सायं 4.00 बजे तक कार्यशील होती थी, लेकिन अब राज्य में कोरोना कर्फ्यू के दृष्टिगत राज्य सरकार ने ई-संजीवनी ओपीडी को सभी कार्य दिवस में सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक कर इसकी समयावधि बढ़ा दी है.

ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 82,283 लोगों को दी सेवाएं

रविवार और अन्य छुट्टी के दिनों में भी ई-संजीवनी ओपीडी सुबह 10 बजे से सायं 4 बजे तक कार्यशील रहेगी. ई-संजीवनी ओपीडी में तैनात चिकित्सकों को कोविड मरीजों को परामर्श देने के लिए प्रशिक्षित किया गया है. ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से राज्य में अब तक 82283 और ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से 1648 परामर्श सेवाएं प्रदान की जा चुकी हैं.

80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन प्रदान
इस मौके पर केन्द्रीय वित्त एवं काॅरपोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कोरोना वायरस के विरूद्ध लड़ाई में फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इनके प्रयासों के परिणाम स्वरूप ही देश और प्रदेश कोविड-19 की स्थिति से सफलतापूर्वक निपट रहे हैं. उन्होंने कहा कि गरीब व्यक्तियों की सहायता के लिए केन्द्र सरकार ने लगभग 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन प्रदान करने के लिए 26000 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है.

195 देशों को जीवन रक्षक दवाइयां की प्रदान

उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक देशवासियों के लिए 216 करोड़ वैक्सीन वायल उपलब्ध करवा दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि भारत ने महामारी के प्रथम चरण के दौरान लगभग 195 देशों को जीवन रक्षक दवाइयां प्रदान की थी.
ये भी पढ़ें- कांग्रेस में गुटबाजी! बाली के बैनर से वीरभद्र सिंह का चेहरा गायब, नाराज समर्थकों ने होर्डिंग फाड़े

शिमलाः ऑनलाइन परामर्श के लिए बिलासपुर स्थित एम्स में ई-संजीवनी ओपीडी का शुभारम्भ किया गया है. एम्स में ई-संजीवनी ओपीडी शुरू होने से प्रदेश में गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को राहत मिलेगी. कोरोना काल में गंभीर बीमारियों से ग्रसित रोगी नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान जाकर ही ई-संजीवनी की सहायता से विशेषज्ञ चिकित्सकों की राय ले सकेंगे.

शिमला के होटल पीटरहॉफ से ऑनलाइन उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से हेल्थ एवं वैलनेस केंद्रों व उप-स्वास्थ्य केन्द्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सा अधिकारी, आईजीएमसी शिमला, आरपीजीएमसी टांडा और एसएलबीएसजीएमसी नेरचौक में स्थापित तीन टेली हब के विशेषज्ञों से टेली परामर्श प्राप्त कर सकते हैं और अब एम्स भी इस कड़ी में जुड़ गया है.

वहीं, ई-संजीवनी ओपीडी पर राज्य का कोई भी व्यक्ति चिकित्सा महाविद्यालय के टेली हब में तैनात किसी भी चिकित्सक से टेली परामर्श प्राप्त कर सकता है. उन्होंने कहा कि अब तक ई-संजीवनी ओपीडी सुबह 9.30 से सायं 4.00 बजे तक कार्यशील होती थी, लेकिन अब राज्य में कोरोना कर्फ्यू के दृष्टिगत राज्य सरकार ने ई-संजीवनी ओपीडी को सभी कार्य दिवस में सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक कर इसकी समयावधि बढ़ा दी है.

ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 82,283 लोगों को दी सेवाएं

रविवार और अन्य छुट्टी के दिनों में भी ई-संजीवनी ओपीडी सुबह 10 बजे से सायं 4 बजे तक कार्यशील रहेगी. ई-संजीवनी ओपीडी में तैनात चिकित्सकों को कोविड मरीजों को परामर्श देने के लिए प्रशिक्षित किया गया है. ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से राज्य में अब तक 82283 और ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से 1648 परामर्श सेवाएं प्रदान की जा चुकी हैं.

80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन प्रदान
इस मौके पर केन्द्रीय वित्त एवं काॅरपोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कोरोना वायरस के विरूद्ध लड़ाई में फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इनके प्रयासों के परिणाम स्वरूप ही देश और प्रदेश कोविड-19 की स्थिति से सफलतापूर्वक निपट रहे हैं. उन्होंने कहा कि गरीब व्यक्तियों की सहायता के लिए केन्द्र सरकार ने लगभग 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन प्रदान करने के लिए 26000 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है.

195 देशों को जीवन रक्षक दवाइयां की प्रदान

उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक देशवासियों के लिए 216 करोड़ वैक्सीन वायल उपलब्ध करवा दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि भारत ने महामारी के प्रथम चरण के दौरान लगभग 195 देशों को जीवन रक्षक दवाइयां प्रदान की थी.
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