शिमला: एचआरटीसी पेंशनर मंच ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पेंशनर्स ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकों नियमित तौर पर पेंशन नहीं मिली तो मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा. शनिवार एचआरटीसी पेंशनर समस्या समाधान मंच ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्हें समय पर पेंशन नहीं मिल रही. पेंशन एक महीना हो गया,लेकिन नहीं दी गई.
मंच के संयोजक अशोक पुरोहित ने कहा कि एचआरटीसी पेंशनर्स को पेंशन के लिए काफी परेशाननियों का सामना करना पड़ रहा है.उन्होंने कहा बाकी जो अन्य लाभ होते मिल रहे,लेकिन पेंशन समय पर नहीं मिलती. उनका कहना था कि पिछले माह 28 तारीख को पेंशन आई थी,लेकिन इस बार अभी तक पेंशन नहीं आई. उन्होंने कहा कि एचआरटीसी से सेवानिवृत्त होते उन्हें 1 साल तक भटकना पड़ता है. उसके बाद जाकर पेंशन शुरू होती है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में एचआरटीसी ने बेहतर कार्य किया. वहां भी बसें पहुंचाई जहां ,अन्य बसों का संचालन नहीं हो रहा था.
पुरोहित ने कहा कि अपनी पेंशन की समस्या को लेकर वह मंत्री से लेकर सीएम तक मिल चुके ,लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला. उन्होंने कहा कि 18 अक्टूबर को शिमला ओल्ड बस स्टैंड में सभी पेंशनर व कर्मचारी धरना प्रदर्शन करेंगे. यदि सरकार बात नहीं मानती तो उन्हें आमरण अनशन या आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ेगा. उनका कहना था कि एचआरटीसी में वर्तमान में 8 हजार के लगभग पेंशनर परेशान है.
ये भी पढ़ें : Sharadiya Navratri 2021: एक ही दिन होगी माता के दो स्वरूपों की पूजा