शिमला: प्रदेश में चल रही चिकित्सकों की हड़ताल के आगे सरकार झुक गई है. सरकार ने चिकित्सकों को उनसे बातचीत करने के लिए शुक्रवार को सुबह 10:00 बजे बुलाया है. इस दौरान सरकार चिकित्सकों की मांगों को लेकर चर्चा करेगी. चिकित्सकों का कहना है कि वह अपनी हड़ताल तब तक जारी रखेंगे. जब तक उनकी मांगें मान नहीं ली जाती हैं. गुरुवार को भी प्रदेशभर में चिकित्सकों की 2 घंटे हड़ताल जारी (HP DOCTERS ON PEN DOWN STRIKE) रही. इस दौरान कोई भी डॉक्टर ओपीडी में नहीं गया और ओपीडी के बाहर मरीजों की भीड़ लगी रही. जिस कारण मरीजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन जिला शिमला (Medical Officers Association Shimla) के अध्यक्ष डॉक्टर दीपक कैंथला ने बताया कि सरकार की तरफ से बातचीत के लिए बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की हड़ताल आज भी जारी है और कल भी जारी रहेगी. शुक्रवार को यदि बातचीत के दौरान अगर उनकी मांगें मान ली जाती है तो हड़ताल को तुरंत समाप्त कर दिया जाएगा, अन्यथा हड़ताल जारी रहेगी.
यह है मुख्य मांगें: हिमाचल प्रदेश के डॉक्टरों की मुख्य (Demands of doctors in HP) मांग है कि सरकार ने चिकित्सकों का नॉन प्रैक्टिस भत्ता जो 25 फीसदी से घटाकर 20 फीसदी कर दिया है, उस कटौती को समाप्त किया जाए. इसके अलावा छठे वेतन आयोग में वेतन विसंगतियों को दूर कर वेतन को पंजाब के आधार पर तय करना, पंजाब के वेतनमान के आधार पर 2.37 लाख रुपये पर ही तय करना, प्रमोशन में 4-9-14 को लागू करना, पीजी व अन्य डॉक्टरों को विशेषज्ञ भत्ता देना और इसके साथ कॉन्ट्रैक्ट आधार पर भर्ती डॉक्टरों के 40 फीसदी कटौती को समाप्त कर पूर्ण 57100 रुपये के वेतनमान के आधार पर वेतन देना है.
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