शिमलाः हिमाचल युवा कांग्रेस के चुनावों में फर्जीवाड़ा होने के आरोप शुरूआती समय में ही लगने शुरू हो गए थे. वहीं, अब फर्जी सदस्य बनाने की परतें खुलने लगी हैं. इसमें आरोप है कि युवा कांग्रेस ने फर्जी सदस्य बनाने में सारी हदें पार कर दी हैं. प्रदेश युवा कांग्रेस की लिस्ट में एक सदस्य का नाम 'इजराइल हबीबी' और पिता का नाम 'अमरीका सिंह' बताया गया है.
उठी वेरिफिकेशन की मांग
इस नाम के सामने आने पर युवा कांग्रेस के कई सदस्यों ने आपत्ति जताते हुए इसकी वेरिफिकेशन की मांग उठाई है. वहीं, इस सूची में कई नाम ऐसे हैं जो रिपीट हो रहे हैं. यानि एक ही सदस्य का नाम तीन से चार बार है. उसके पहचान पत्र से कई बार सदस्यता फार्म को भरा गया है.
सूत्रों के मुताबिक स्वजनों के नाम के काॅलम में नाम न लिखकर केवल फार्मर(किसान) लिखा गया है. एक दो ने नहीं बल्कि 400 के करीब सदस्यों ने ऐसा किया है. उधर, कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने इसकी जांच शुरू कर दी है. इसी के चलते चुनावी नतीजों पर फिलहाल रोक लगाई गई है.
अगस्त महीने में शुरू हुआ सदस्यता अभियान
बता दें कि युवा कांग्रेस चुनावों के लिए अगस्त महीने में सदस्यता अभियान शुरू हुआ था. इसमें 3 लाख 58 हजार के करीब सदस्य बने थे. आधे अधूरे दस्तावेज होने के चलते युवा कांग्रेस ने इसकी स्क्रूटनी करवाई थी. इनमें से 1,16,225 सदस्यों के वेरिफिकेशन का कार्य पूरा हो चुका है. मंगलवार शाम तक इस प्रकिया को पूरा कर लिया जाएगा.
शिकायतें मिलने पर शुरू हुई जांच
गौरतलब है कि युवा कांग्रेस के चुनावों में सदस्यता अभियान शुरू से ही विवादों में रहा है. युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अमरप्रीत लाली ने बताया कि सदस्यता अभियान को लेकर जो शिकायतें मिली हैं, उनकी जांच चल रही है. जांच पूरी होने के बाद मामले पर अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
जिला और राज्य कार्यकारिणी पर पड़ेगा असर
वहीं, सदस्यता सूची में फर्जीवाड़े के मामले सामने आने के बाद चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशी भी सक्रिय हो गए हैं. फर्जी सदस्यों को अब बाहर किया जाता है तो इसका असर घोषित चुनावी नतीजों पर पड़ेगा. जिला और राज्य कार्यकारिणी के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं. फर्जी सदस्यों के बाहर हो जाने के बाद प्राप्त वोटों की संख्या में बदलाव होगा, जिन उम्मीदवारों में जीत का अंतर महज 50 से 100 के बीच का रहा है. वहां पर बाजी पलट भी सकती है.
हालांकि यह पार्टी हाईकमान के वेरिफिकेशन के कार्य पर ही निर्भर करेगा. सदस्यता अभियान में सामने आ रही इस तरह की खामियों से यह मामला पेचिदा हो गया है. युवा कांग्रेस में सदस्यता को लेकर शुरू से ही शिकायतें हो रही थीं.
बता दें कि किन्नौर के जिला अध्यक्ष के उम्मीदवार प्रशांत नेगी ने चुनावों में धांधली को लेकर आरोप लगाए थे. उन्होंने चुनाव रद्द ना होने पर दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दफ्तर के बाहर मशाल रैली निकालने के साथ ही हिमाचल हाईकोर्ट में भी इस मामले को लेकर जाने की चेतावनी दी थी. किन्नौर और शिमला के युवा कांग्रेस कार्यकर्ता इस मामले को लेकर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर से भी मिले थे. अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है.
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