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मानव तस्करी की आरोपी सपना शूटर नाहन से गिरफ्तार, महाराष्ट्र सहित उत्तर भारत में सक्रिय था गिरोह

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Published : Jan 20, 2020, 10:53 AM IST

सिरमौर के नाहन में पुलिस ने मानव तस्करी की मुख्य सुत्रधार को गिरफ्तार किया है. आरोपी पर हिमाचल, हरियाणा सहित महाराष्ट्र में विभिन्न मामले दर्ज हैं. आरोपी सपना शूटर को सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली से विमान के माध्यम से नागपुर ले जाया गया है. उसे 8 दिनों की पुलिस कस्टडी मिली है. आरोपी नाहन में नाम बदल कर रह रही थी.

Himachal police arrested Sapna shooter
Himachal police arrested Sapna shooter

नाहनः जिला सिरमौर के नाहन में पुलिस ने महिला मानव तस्कर को गिरफ्तार किया है. मानव तस्कर गिरोह की मुख्य सरगना यूनिता टाक उर्फ सपना शूटर (52) नाहन में नाम बदल कर रह रही थी. पुलिस ने इस मामले की जानकारी मिलने के बाद आरोपी के ठिकाने पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया है.

मानव तस्करी के इस रैकेट के तार हिमाचल, हरियाणा, महाराष्ट्र सहित उत्तर भारत में जुड़े हुए हैं. आरोपी को कोर्ट में पेश किए जाने पर पुलिस को 8 दिनों का कस्टडी रिमांड मिल गया है. बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी से इस मामले में शामिल और भी नाम सामने आ सकते हैं और पीड़ितों का भी पता चल सकता है. वहीं, पुलिस इस मामले में शामिल हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के 10 से 15 आरोपियों की तलाश कर रही है.

चंद्रपुर में 10 साल की बच्ची का अपहरण करने का आरोप

आरोपी सपना शूटर ने महाराष्ट्र की चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के बंगाली कैम्प में स्थित कालीमाता मंदिर के परिसर से 4 जून 2010 को एक 10 वर्षीय बच्ची को प्रसाद में बेहोशी की दवा खिलाकर किडनैप कर लिया था. इसके बाद सपना ने बच्ची को हरियाणा में बेच दिया था. 10 साल बाद उसी बालिका के माध्यम से मानव तस्करी के इस सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है. इस मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.

पुलिस को इस मामले की मुख्य सूत्रधार की तलाश में थी. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आरोपी जान्हवी मुजूमदार ने बच्ची को बेहोश कर रेल से हरियाणा पहुंचाया था. आरोप है कि पिछले 10 सालों में सपना ने ही मासूम का 7 लोगों से विवाह कराया. अनेक लोगों से उसके शरीर का सौदा किया. अल्प आयु में ही उस बालिका को 2 संतान हुई हैं. ऐसा ही एक सौदा डेढ़ महीने पहले किया गया था. इस दौरान हरियाणा के यमुनानगर के आईएमए ब्लड डोनर स्वयंसेवी संस्था ने पीड़िता को इस चक्रव्यूह से आजाद करवाया.

आरोपी नाम बदल कर रह रही थी हिमाचल में

इस मामले में सपना शूटर का नाम सामने आने के बाद उसे खोजने के लिए पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र से हरियाणा रवाना हुई थी. पुलिस के आने की भनक लगने पर सपना पहले वहां से रफूचक्कर हो गई. उसके चंडीगढ़ में होने की सूचना पुलिस को मिली जहां पहुंचने से पहले ही सपना वहां से गायब हो चुकी थी.

इसके बाद सपना के मंजू के नाम से हिमाचल में रहने की पक्की खबर लगने पर पुलिस ने वहां पहुंचकर उसे धर दबोचा. अब तक इस मामले में गिरफ्तार 3 महिलाओं ने 20 से अधिक लड़कियों को बेचे जाने का अपराध स्वीकारा है. सपना के हाथ लगने से और भी लड़कियों के जानकारी मिल सकती है.

हिमाचल और हरियाणा में अनेक गंभीर मामले दर्ज

आरोपी सपना शूटर को पुलिस ने हिमाचल के नाहन से गिरफ्तार किया. आरोपी सपना को सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली से नागपुर विमान के जरिए लाया गया है. उसे 8 दिनों की पुलिस कस्टडी मिली है. बताया जा रहा है कि सपना इससे पहले हत्या के मामले में सजा भुगत चुकी है. उसका असली नाम यूनिता टाक है, जिस पर हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में अलग-अलग पुलिस थानों में गंभीर मामले दर्ज हैं.

ये भी पढ़ें- बिलासपुर में SIU की टीम ने घर पर मारा छापा, नशे के सामान की बड़ी खेप बरामद

नाहनः जिला सिरमौर के नाहन में पुलिस ने महिला मानव तस्कर को गिरफ्तार किया है. मानव तस्कर गिरोह की मुख्य सरगना यूनिता टाक उर्फ सपना शूटर (52) नाहन में नाम बदल कर रह रही थी. पुलिस ने इस मामले की जानकारी मिलने के बाद आरोपी के ठिकाने पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया है.

मानव तस्करी के इस रैकेट के तार हिमाचल, हरियाणा, महाराष्ट्र सहित उत्तर भारत में जुड़े हुए हैं. आरोपी को कोर्ट में पेश किए जाने पर पुलिस को 8 दिनों का कस्टडी रिमांड मिल गया है. बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी से इस मामले में शामिल और भी नाम सामने आ सकते हैं और पीड़ितों का भी पता चल सकता है. वहीं, पुलिस इस मामले में शामिल हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के 10 से 15 आरोपियों की तलाश कर रही है.

चंद्रपुर में 10 साल की बच्ची का अपहरण करने का आरोप

आरोपी सपना शूटर ने महाराष्ट्र की चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के बंगाली कैम्प में स्थित कालीमाता मंदिर के परिसर से 4 जून 2010 को एक 10 वर्षीय बच्ची को प्रसाद में बेहोशी की दवा खिलाकर किडनैप कर लिया था. इसके बाद सपना ने बच्ची को हरियाणा में बेच दिया था. 10 साल बाद उसी बालिका के माध्यम से मानव तस्करी के इस सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है. इस मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.

पुलिस को इस मामले की मुख्य सूत्रधार की तलाश में थी. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आरोपी जान्हवी मुजूमदार ने बच्ची को बेहोश कर रेल से हरियाणा पहुंचाया था. आरोप है कि पिछले 10 सालों में सपना ने ही मासूम का 7 लोगों से विवाह कराया. अनेक लोगों से उसके शरीर का सौदा किया. अल्प आयु में ही उस बालिका को 2 संतान हुई हैं. ऐसा ही एक सौदा डेढ़ महीने पहले किया गया था. इस दौरान हरियाणा के यमुनानगर के आईएमए ब्लड डोनर स्वयंसेवी संस्था ने पीड़िता को इस चक्रव्यूह से आजाद करवाया.

आरोपी नाम बदल कर रह रही थी हिमाचल में

इस मामले में सपना शूटर का नाम सामने आने के बाद उसे खोजने के लिए पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र से हरियाणा रवाना हुई थी. पुलिस के आने की भनक लगने पर सपना पहले वहां से रफूचक्कर हो गई. उसके चंडीगढ़ में होने की सूचना पुलिस को मिली जहां पहुंचने से पहले ही सपना वहां से गायब हो चुकी थी.

इसके बाद सपना के मंजू के नाम से हिमाचल में रहने की पक्की खबर लगने पर पुलिस ने वहां पहुंचकर उसे धर दबोचा. अब तक इस मामले में गिरफ्तार 3 महिलाओं ने 20 से अधिक लड़कियों को बेचे जाने का अपराध स्वीकारा है. सपना के हाथ लगने से और भी लड़कियों के जानकारी मिल सकती है.

हिमाचल और हरियाणा में अनेक गंभीर मामले दर्ज

आरोपी सपना शूटर को पुलिस ने हिमाचल के नाहन से गिरफ्तार किया. आरोपी सपना को सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली से नागपुर विमान के जरिए लाया गया है. उसे 8 दिनों की पुलिस कस्टडी मिली है. बताया जा रहा है कि सपना इससे पहले हत्या के मामले में सजा भुगत चुकी है. उसका असली नाम यूनिता टाक है, जिस पर हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में अलग-अलग पुलिस थानों में गंभीर मामले दर्ज हैं.

ये भी पढ़ें- बिलासपुर में SIU की टीम ने घर पर मारा छापा, नशे के सामान की बड़ी खेप बरामद

Intro:चंद्रपूर : मानवी तस्करी प्रकरणातील मुख्य आरोपी युनिता टाक (वय 52) उर्फ सपना शूटर हिला चंद्रपूरच्या रामनगर पोलिसांनी बेड्या ठोकण्यात यश मिळवले आहे. तिला हिमाचल प्रदेशातील नाहन येथून अटक करण्यात आली असून न्यायालयाने तिला आठ दिवसांची पोलिस कोठडी सुनावली आहे. त्यामुळे पोलीस चौकशीत आणखी धक्कादायक खुलासे होण्याची दाट शक्यता आहे. हरियाना आणि हिमाचल
प्रदेशातील आणखी दहा ते पंधरा आरोपींच्या शोधात रामनगर पोलिस आहेत.

चंद्रपुरातील बंगाली कॅम्प परिसरातील काली माता मंदिरातून 4 जून 2010 रोजी दहा वर्षीय मुलीची प्रसादातून गुंगीचे औषध देऊन थेट हरियाणात विक्री करण्यात आली. जान्हवी मुजूमदार या महिलेने या मुलीला बेशुद्धवस्थेत रेल्वेने हरियाणात नेले होते. जान्हवीने तिला हरियाणातील नारायणगढ येथील सपना शूटरच्या ताब्यात दिले. मागील दहा
वर्षांत सपनाने या मुलीचे सात लग्न लावून दिले. अनेकांशी तिच्या शरीराचा सौदा केला. या मुलीला अल्पवयातच दोन मुलं झाली. दीड महिन्यांपूर्वी अशाच एका सौद्याची बोलणी सुरू असताना
हरिणायातील युमनानगर येथील "आय एम.ए. ब्लड डोनर' या स्वयंसेवी संस्थेने पीडितेची सुटका केली. तिने हरियाणा पोलिसांना दहा वर्षांपूर्वी चंद्रपुरातून तिला पळवून आणल्याचे
सांगितले. चंद्रपूर पोलिसांनी पीडितेला येथे आणले. तिच्या सांगण्यावरून जान्हवी मुजूमदार, गीता मुजूमदार अणि सावित्री रॉय या चंद्रपुरातील आरोपींना पोलिसांनी अटक केली आहे.
तपासात सपना शुटर मानवी तस्करी तील महत्त्वाचा दुवा असल्याचे तपास समोर आले. रामनगर पोलिसांचे पथक आठ दिवसांपूर्वी हरियाणाला रवाना
झाले. हरियाणातील यमुना नगरमधून आधीच सपनाने पळ काढला होता. त्यानंतर ती चंदीगडला असल्याची माहिती मिळाली. पोलिस तिथेही धडकले. परंतु, तिथूनही सपना पसार झाली होती. चार दिवस हा लपंडाव सुरू होता. शेवटी हिमाचल प्रदेशातील
नाहन येथील तिच्या घरीच ती चंद्रपूर पोलिसांच्या हाती लागली. तिला आठ दिवसांची पोलिस कोठडी सुनावण्यात आली असून याप्रकरणातील आणखी दहा ते पंधरा आरोपींच्या शोधात पोलिस आहेत. सपनाला सुरक्षेच्या कारणामुळे दिल्लीतून
विमानाने नागपूरपर्यंत आणले. युनिता टाक हे तिचे खरे नाव आहे. तिच्यावर हरिणाया आणि हिमाचल प्रदेशातील वेगवेगळ्या पोलिस ठाण्यात गंभीर गुन्हे दाखल आहेत. आतापर्यंत अटकेतील चंद्रपुरातील तीन महिलांनी वीसच्यावर मुली विकल्याची कबुली दिली आहे. सपनाच्या अटकेने या मुली पोलिसांच्या हाती लागण्याची शक्यता निर्माण झाली आहे. Body:.Conclusion:
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