शिमलाः हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों का एक दल तीन दिवसीय दौरे पर तिरुपति आंध्र प्रदेश पहुंचा. टीम में पुलिस उप महानिरीक्षक उत्तरी रेंज धर्मशाला सुमेधा द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक ऊना अरजीत सेन ठाकुर, एसडीपीओ ज्वालामुखी तिलक राज, निरीक्षक योगेंद्र सिंह, थाना प्रबंधक अधिकारी थाना कालाअंब, जिला सिरमौर व सहायक पुलिस उपनिरीक्षक नीलम कुमार, प्रभारी पुलिस चैकी नैना देवी और बिलासपुर शामिल हैं.
शॉल, टोपी और स्मृति चिन्ह किए भेंट
ईओ टीटीडी डॉ. केएस जवाहर रेड्डी, आईएएस ने पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, आईपीएस और टीम का स्वागत किया. वहीं, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों को पारंपरिक शॉल, टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट किए. संजय कुंडू ने आंध्र प्रदेश पुलिस और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट द्वारा किए गए स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया.
संजय कुंडू ने कहा कि प्रदेश में कई प्रसिद्ध मंदिर हैं. हिमाचल में माता चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, शक्तिपीठ और बाबा बालक नाथ मंदिर हैं और भारत और विदेशों से कई तीर्थ यात्री यहां पर आते हैं. उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि उनके साथ आए पुलिस अधिकारियों की टीम इस अनुभव से सकारात्मक लाभ प्राप्त करेगी. सर्वोत्तम प्रथाओं को सीखेगी और राज्य में इसे लागू करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में एक रिपोर्ट मुख्यमंत्री और जयराम को अवलोकन के लिए प्रस्तुत की जाएगी.
सुरक्षा व प्रौद्योगिकी उपयोग का लिया अनुभव
तिरुमाला स्थित सर वेंकटेश्वर मंदिर परिसर देश के सबसे बड़े और सबसे अच्छे प्रबंधित मंदिरों में से एक है. इसमें अनुमानित 2.5 करोड़ लोग सालाना आते हैं. इस मंदिर में सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन, प्रौद्योगिकी के उपयोग के लिए पहली बार हिमाचल प्रदेश में स्थित मंदिरों के लिए इसी तरह की व्यवस्था ईजाद करने में सक्षम होगा.
भीड़ नियंत्रण कक्ष का किया अवलोकन
विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान टीम ने पद्मावती अमावरी मंदिर परिसर का भी दौरा कर भीड़ प्रबंधन के लिए अपनाई गई सुरक्षा व्यवस्था और प्रक्रियाओं का अध्ययन भी किया. आईपीएस संजय कुंडू के नेतृत्व में हिमाचल पुलिस की टीम ने सुबह भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन किए और इसके बाद पुलिस उपनियंत्रण कक्ष का दौरा किया और मंदिर परिसर के भीतर भीड़ नियंत्रण कक्ष का अवलोकन किया.
टीम ने ईओ, टीटीडी जवाहर रेड्डी, आईएएस और ज्वाईट ईओ धर्मा रेड्डी के साथ भी बैठक की. डीजीपी ने स्मृति चिन्ह भेंट कर तिरुमाला तिरुपति देवस्थान के प्रशासनिक व सुरक्षा पहलुओं पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि तिरुपति में अपनाई गई सुरक्षा प्रथाओं से प्राप्त जानकारी से इन धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और बेहतर तीर्थ प्रबंधन में सहायता की उम्मीद है.
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