शिमला: विधानसभा सत्र के बाद होने वाली कैबिनेट की अहम बैठक में कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा होगी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में स्कूल खोलने के फैसले की समीक्षा हो सकती है. सरकार प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने पर स्कूलों को बंद करने और बंदिशें बढ़ाने पर फैसला ले सकती है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को इस संबंध में संकेत दिए थे. शिक्षा विभाग से स्कूलों में विद्यार्थियों के संक्रमित होने का पूरा रिकार्ड मांगा गया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार स्कूलों में नियमित कक्षाएं बंद कर देगी या फिर से ऑनलाइन पढ़ाई ही चलेगी. स्वास्थ्य विभाग कोविड के बढ़ते मामलों पर प्रस्तुति देगा. इस बात की संभावना जताई जा रही है कि सरकार सख्ती बढ़ा सकती है. प्रदेश में पाबंदियां फिर से लागू की जा सकती हैं.
प्रदेश के ऊना, मंडी, कांगड़ा मेें कोरोना एक्टिव मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है. कोरोना की संभावित तीसरी लहर के चलते और ऑक्सीजन प्लाट स्थापित करने, 50 नर्सों और 40 पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती और नेरवा, मंडी में अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित करने पर भी बैठक में मंथन होगा.
कैबिनेट बैठक में टेट की वैधता आजीवन करने पर भी चर्चा की जाएगी. केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है. हिमाचल में अभी तक टेट की वैधता छह साल है. केंद्र ने राज्यों को अधिकृत किया है कि वे अपने स्तर पर इस पर निर्णय लें. शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा था.
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