शिमला: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह राज्य हिमाचल में भाजपा हर हाल में मिशन रिपीट (Himachal BJP tries mission repeat) करना चाहेगी. इसके लिए पार्टी हाईकमान की तरफ से प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को सख्त निर्देश भी दिए जा चुके हैं. ताकि चुनावी वर्ष में किसी प्रकार की गुटबाजी से बचा जा सके. हिमाचल में मिशन रिपीट के लिए पार्टी की तरफ से विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जिसके चलते मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा संगठन के कार्यक्रमों पर सीधे नजर बनाए हुए हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहारे भी हिमाचल में भाजपा मिशन रिपीट को सफल बनाना चाहेगी.
विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा की तैयारियों (BJP prepared for assembly elections) पर नजर डालें तो पिछले एक साल से संगठन ने अपने कार्यक्रमों में तेजी शुरू कर दी है. प्रदेश में हुए हर चुनाव से पहले भाजपा की कोरग्रुप (core group meeting himachal bjp) की बैठक निश्चित होती है. अभी तक कोरग्रुप की 6 बैठकें हो चुकी हैं, जिनमें प्रदेश के सभी आला नेताओं के अलावा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैदान सिंह सहित प्रदेश प्रभारी भी मौजूद रहे हैं. इसके अलावा हर तीन महीने में प्रदेश कार्यसमिति की बैठकें हुई हैं. एक साल में करीब 4 बैठकें प्रदेश कार्यसमिति की हो चुकी हैं, जिनमें वर्ष भर पार्टी के कार्यक्रमों पर चर्चा और समीक्षा होती रही है.
प्रत्येक संसदीय बोर्ड की भी 4-4 बैठकें हो चुकी हैं. इनमें संसदीय क्षेत्र को ध्यान में रखकर कार्यों की समीक्षा की जाती रही है. वहीं, मंडल से लेकर राज्य स्तर तक 2 बार प्रशिक्षण शिविर हो चुके हैं. प्रत्येक मोर्चे के भी 2-2 प्रशिक्षण शिविर अभी तक हो चुके हैं. अगर प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी की बात करें तो साल भर के अंदर 25 से अधिक बैठकों में प्रभारी और इतनी ही बैठकों में सह प्रभारी भी मौजूद रहे हैं. इसके अलावा पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ के प्रभारी सौदान सिंह भी कई बैठकों में पार्टी के कार्यों की समीक्षा कर चुके हैं.
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हिमाचल भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहारे भी मिशन रिपीट की कोशिश में है. छोटा राज्य होने के बावजूद प्रधानमंत्री बनने के बाद से अब तक नरेंद्र मोदी कई बार हिमाचल (pm modi himachal tour) आ चुके हैं. नरेंद्र मोदी पूर्व में हिमाचल भाजपा के प्रभारी भी रह चुके हैं. जिसके कारण प्रदेश को अच्छी तरह से समझते हैं. इसका प्रदेश भाजपा को काफी लाभ भी मिल रहा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नरेंद्र मोदी के इस अनुभव का लाभ उठाने की योजना भी बना रहे हैं. जयराम ठाकुर का कहना है कि आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री की कई रैलियां हिमाचल में करवाने की तैयारी चल रही है.
नरेंद्र मोदी 27 दिसंबर को मंडी में जनसभा को संबोधित करने करेंगे. भाजपा इस आयोजन को विधानसभा चुनावों के शंखनाद के रूप में ले रही है. जिसके चलते भाजपा ने मंडी में एक लाख लोगों को एकत्र करने का लक्ष्य रखा है. इसके अलावा प्रधानमंत्री प्रदेश में बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे. जयराम ठाकुर का कहना है कि इसके कुछ महीने बाद प्रधानमंत्री हिमाचल दौरे का आग्रह करेंगे उस समय फोरलेन और एनएच के उद्घाटन और शिलान्यास की योजना है. इसके अलावा प्रधानमंत्री के अगले दौरे में छोटे पावर प्रोजेक्ट का उद्घाटन और शिलान्यास करवाने की भी योजना है.
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जयराम सरकार पंजाब सरकार की तर्ज पर हिमाचल में आने वाले समय में मुफ्त बिजली की घोषणा कर सकती है. इसके लिए खाका भी तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा बेरोजगार युवाओं का वोट हासिल करने के लिए प्रदेश सरकार की आने वाले समय में विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में पद भरने की योजना भी है. सरकार आउटसोर्स आधार पर भी बड़ी संख्या में पद भर सकती है. दरकिनार विधायकों को भी चुनावी वर्ष में जयराम सरकार मंभीरता से लेने के मूड में लग रही है. विधायकों द्वारा बताए जा रहे कार्यों को वरियता देने शुरू कर दिया है. इसके अलावा बोर्डों निगमों और राजनीतिक आधार पर सरकार में नियुक्तियों का भी जयराम ठाकुर लाभ लेना चाहेंगे.
पिछले दिनों इसको लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें निगमों-बोर्डों के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, प्रभारी अविनाश राय खन्ना और सह प्रभारी संजय टंडन के समक्ष अपना रिपोर्ट कार्ड रखा. तीन दिवसीय बैठकों के अंतिम दिन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह ने अध्यक्षों-उपाध्यक्षों को कहा था कि वे विधानसभा के आम चुनाव के लिए कमर कस लें. इस बैठक में करीब 28 निगमों-बोर्डों के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों ने भाग लिया. इनसे तीन साल का रिपोर्ट कार्ड मांगा गया था. खादी बोर्ड, हथकरघा निगम जैसे सार्वजनिक उपक्रमों के अध्यक्षों-उपाध्यक्षों को अधिक से अधिक लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ देने के निर्देश दिए गए. अध्यक्षों-उपाध्यक्षों ने आश्वस्त किया कि वे निर्देशानुसार काम करेंगे.
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