शिमला : हिमाचल विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. चुनाव आयोग की तरफ से कभी भी चुनाव की तारीख का ऐलान किया जा सकता है. केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम हिमाचल का दौरा भी कर चुकी है और सभी सियासी दलों के प्रतिनिधियों से बातचीत भी कर चुकी है. अब इंतजार है चुनाव की तारीख का, जिसका ऐलान अक्टूबर महीने के पहले हफ्ते में हो सकता है. (Himachal election 2022)
6 अक्टूबर को हो सकता है ऐलान- गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल दौरा तय हो गया है. 5 अक्टूबर को पीएम मोदी पहले बिलासपुर और कुल्लू जाएंगे. बिलासपुर में एम्स और हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी का अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे में शिरकत करने का कार्यक्रम तय है. तारीख के ऐलान के बाद विकास परियोजनाओं का उद्घाटन नहीं हो सकता है, क्योंकि हिमाचल विधानसभा चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लग जाएगी. बिलासपुर एम्स और हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज केंद्र की महत्वकांक्षी योजनाएं हैं. इसलिये पीएम मोदी के दौरे के अगले दिन यानी 6 अक्टूबर को हिमाचल विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हो सकता है. (Himachal assembly election dates) (Himachal Assembly Election 2022) (Himachal election dates may be announced on October 6)
15 नवंबर से पहले वोटिंग- चुनाव आयोग की टीम हिमाचल का दौरा कर चुकी है, तैयारियों को लेकर टीम भी संतुष्ट है. शिमला में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इशारा किया है कि 15 नवंबर से पहले मतदान हो जाएगा. राजीव कुमार ने कहा था कि प्रदेश में कबायली क्षेत्रों में 15 नवंबर के बाद बर्फबारी के कारण जनजीवन पर असर पड़ता है. ऐसे में उन लोगों को मतदान के दौरान परेशानी ना हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा. गौरतलब है कि नवंबर महीने में हिमाचल के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी होती है. जिससे कई क्षेत्र बर्फ की चादर से ढक जाते हैं. इनमें प्रदेश की तीनों अनूसूचित जनजाति सीटें आती हैं. चंबा जिले की भरमौर के अलावा लाहौल स्पीति और किन्नौर इसमें शामिल है. इसके अलावा शिमला के ऊपरी इलाकों में भी बर्फबारी के कारण जनजीवन पर खासा असर पड़ता है. (Himachal Election dates)
2017 में 12 अक्टूबर को ऐलान, 9 नवंबर को मतदान - गौरतलब है कि साल 2017 में 12 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हुआ था. जिसके बाद प्रदेश में आचार संहिता लग गई थी. प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों पर 9 नवंबर को मतदान हुआ था और मतगणना 18 दिसंबर को हुई थी. हिमाचल प्रदेश में पिछली बार नई सरकार का शपथ ग्रहण 27 दिसंबर को हुआ था.