शिमला: हिमाचल में आयुष्मान योजना व हिम केयर योजना लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना से प्रदेश के बहुत से लोग लाभान्वित हो रहे हैं. सबसे ज्यादा लाभ गरीब लोगों को मिल रहा है. जिन लोगों को अस्पताल में महंगे इलाज करवाने में काफी दिक्कतें पेश आती (Ayushman scheme in Himachal) थी. आयुष्मान व हिम केयर योजना के माध्यम से लोगों को महंगे से महंगा इलाज निशुल्क मिल रहा है.
सरकारी आकड़ों की बात की जाए तो हिमकेयर योजना के माध्यम से हिमाचल में 3 सालों में 2,34,737 मरीजों ने अपना इलाज करवाया है. जिसपर 212,38 करोड़ रुपये खर्च हुए है. जबकि आइजीएमसी में हिमकेयर योजना के तहत 2018-19 में 2615 मरीजों का उपचार किया गाया है जिसपर 4,46,35,950 रुपये खर्च किए गए हैं. 2019-20 में 10,169 मरीजों का उपचार किया गया है. जिसपर 17,36,38,543 रुपये खर्च किए गए (Him Care Scheme in Himachal ) हैं.
2020-21 में 11078 मरीजों का उपचार किया गया है. जिन पर 21,93,86,286 रुपए खर्च किए गए हैं और 2021-22 में 10542 मरीजों का उपचार व 19,92,63,813 रुपए खर्च हुए हैं. इस योजना के तहत कुल 34,404 मरीजों का उपचार व 63,69,24,592 रुपए खर्च हुए है.
आईजीएमसी हिमाचल का सबसे बड़ा अस्पताल होने के नाते यहां पर प्रदेश भर से मरीज अपना उपचार करवाने आते है. ऐसे में प्रशासन ने मरीजों की सुविधा के लिए हिमकेयर योजना के कार्ड को एक्टीवेट करने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया है, ताकि किसी भी मरीजों को कोई दिक्कतें ना आए.
इस संबंध में आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने बताया कि अस्पताल में मरीजों को निशुल्क व बेहतर इलाज मिले इसके लिए सरकार की योजना चल रही है. अब तक बहुत से मरीज इसका लाभ उठा चुके हैं. 'हिमकेयर' में नए परिवारों का पंजीकरण जनवरी से मार्च माह में होगा.
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