शिमलाः राजधानी में लोगों के लिए खतरा बने पेड़ों को काटने की जल्द अनुमति मिलेगी. सरकार की ओर से गठित सब कमेटी की जल्द बैठक बुलाकर नगर निगम को पेड़ों को काटने की अनुमति मिलेगी. कमेटी के सदस्य सुखराम चौधरी के कोरोना पॉजिटिव होने के चलते बैठक नहीं ही पाई है और वे स्वास्थ हो गए है. ऐसे में अब कैबिनेट की बैठक के बाद सब कमेटी की बैठक बुलाकर खतरनाक पेड़ों को काटने की अनुमति दी जाएगी.
सब कमेटी के सदस्य सुरेश भारद्वाज ने कहा कि पहले पेड़ों को काटने के लिए कैबिनेट से अनुमति लेनी पड़ती थी, जहां काफी समय लगता था. जिसको देखते हुए सब कमेटी का गठन कर दिया है.
कमेटी में उनके साथ दो मंत्री राकेश पठानिया और सुखराम चौधरी है. सुखराम के अस्वस्थ होने के चलते बैठक नहीं हो पाई है, लेकिन अब वे स्वास्थ हो गए हैं और जल्द ही बैठक कर खतरनाक पेड़ों को काटने की अनुमति दे दी जाएगी.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जो ज्यादा खतरनाक पेड़ हैं, उन्हें एसडीएम काटने की अनुमति दे सकता है. शहर में कई लोगों को अनुमति दी भी गई हैं, लेकिन वे पेड़ नहीं कटवा रहे हैं. अनुमति मिलने के बाद लोगों को पेड़ कटवाने के लिए खुद पैसे जमा करवाने होते है .
बता दें शिमला शहर में 134 पेड़ खतरनाक हैं, जिन्हें काटने के लिए एक माह से ज्यादा समय से नगर निगम सरकार से गुहार लगा रहा है, लेकिन अनुमति नहीं मिल पा रही है. इन पेड़ों में कई पेड़ ऐसे है, जिनके गिरने से जानी नुकसान भी हो सकता है. पेड़ घरों पर खतरा बने हुए है और बरसात में इन पेड़ों के गिरने का डर लोगों को सत्ता रहा है.
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