शिमला: सचिवालय घेराव करने पहुंचे बागवानों को पुलिस कर्मियों ने गेट से कुछ पहले ही रोक लिया. जिसके चलते हल्की बारिश के बीच बागवान सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन (gardeners protest against government in shimla) कर रहे हैं. किसान-बागवान फलों की पैकेजिंग पर जीएसटी खत्म करने, कश्मीर की तर्ज पर एमआईएस के तहत सेब खरीद करने और सेब पर आयात शुल्क 100 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं. बागवान संगठन, सरकार की ओर से दी गई 6 फीसदी जीएसटी छूट की जटिल प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग (Himachal Apple growers demand) कर रहे हैं.
शिमला में बागवानों का प्रदर्शन: बता दें कि सेब बागवानों के सचिवालय के बाहर प्रदर्शन (Gardeners Protest in Shimla) को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं. प्रदर्शन को लेकर सचिवालय को छावनी में तब्दिल कर दिया गया है. बागवानों और किसानों से निपटने के लिए पुलिस बल और अग्निशमन के फायर टेंडर सचिवालय के दोनों गेट पर (Apple growers protest in himachal) लगा दिए गए हैं.
क्या है मांग: एपीएमसी कानून सख्ती से लागू करने, बैरियरों पर मार्केट फीस वसूली बंद करने, खाद, बीज, कीटनाशकों पर सब्सिडी बहाल करने, कृषि बागवानी सहयोगी उपकरणों पर सब्सिडी जारी करने, प्राकृतिक आपदाओं का मुआवजा जारी करने, ऋण माफ करने, बागवानी बोर्ड का गठन करने, सभी फसलों के लिए एमएसपी तय करने, निजी कंपनियों के सेब खरीद रेट तय करने को कमेटी बनाने, सहकारी समिति को सीए स्टोर बनाने के लिए 90 फीसदी अनुदान देने, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को लागू करने और मालभाड़े की बढ़ी दरों को वापस लेने की मांग (Demand of apple growers in Himachal) की जा रही है.
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