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भाजपा और पदाधिकारियों को दिखाएगी बाहर का रास्ता, जानिए सुरेश कश्यप ने क्या कहा

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि चेतन बरागटा के साथ किसी ने गद्दारी नहीं की. परिवार के किसी सदस्य को टिकट नहीं देने का निर्णय पूरे देश में लिया गया. उन्होंने कहा कि कुछ अन्य पदाधिकारियों के बारे में भी शिकायतें मिली और पार्टी उन पर विचार कर रही. जल्द ही उन पर भी फैसला लिया जाएगा.

सुरेश कश्यप
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Published : Oct 14, 2021, 8:02 PM IST

Updated : Oct 14, 2021, 8:07 PM IST

शिमला: सुरेश कश्यप ने कहा कि चेतन बरागटा के साथ किसी ने गद्दारी नहीं की .परिवार के किसी सदस्य को टिकट नहीं देने का निर्णय पूरे देश में लिया गया. यह पार्टी का सैद्धांतिक निर्णय है. देशभर में 30 के करीब उपचुनाव हो रहे हैं इस प्रकार की स्थिति कई जगह थी. वहां भी इसी प्रकार का निर्णय लिया गया. जिसके चलते भाजपा ने नीलम सरैइक को पार्टी उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि चेतन बरागटा पार्टी के कार्यकर्ता रहे. उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया, जिसके चलते उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ अन्य पदाधिकारियों के बारे में भी शिकायतें मिली और पार्टी उन पर विचार कर रही.जल्द ही उन पर भी फैसला लिया जाएगा.

सुरेश कश्यप ने बेरोजगारी और महंगाई की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि आज के दौर में दोनों ही मुद्दे काफी गंभीर है, लेकिन इसका ठीकरा उन्होंने कांग्रेस के सिर फोड़ते हुए कहा कि लंबे समय तक प्रदेश और देश में कांग्रेस की सरकार रही है. कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया. जिसके कारण आज स्थिति इस हद तक खराब हो गई. सुरेश कश्यप ने कहा कि वर्तमान सरकार ने बेरोजगारी से निपटने के लिए कई योजनाएं शुरू की है. प्रदेश सरकार लगातार महंगाई और बेरोजगारी को कम करने की कोशिश कर रही, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण बेरोजगारी और महंगाई बढ़ गई. अनेक उद्योग बंद हो गए. इसके अलावा बाहरी देशों से कच्चा माल आना बंद हो गया जिसके कारण भी महंगाई बढ़ी है.

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मंडी में सुखराम परिवार की भूमिका पर बोलते हुए सुरेश कश्यप ने कहा कि अनिल शर्मा तकनीकी तौर पर भाजपा के विधायक हैं ,लेकिन पंडित सुखराम की पार्टी के साथ कोई बात नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में आश्रय शर्मा के बयानों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनका कांग्रेस का साथ किस प्रकार का तालमेल चल रहा है. चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं के द्वारा मास्क से किनारा करने के प्रश्न पर सुरेश कश्यप ने कहा कि जनता से अपील करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण अभी कम हुआ है और ऐसे में लोगों और नेताओं को मास्क का प्रयोग करना चाहिए. इसके अलावा रैलियों और जनसभाओं में भी कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखना चाहिए. मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रतिभा सिंह दो बार सांसद रही हैं .आज बड़ी-बड़ी बातें कर रही हैं, मगर सांसद थीं तो अपनी सांसद निधि तक खर्च नहीं कर पाईं. अगर प्रितभा सिंह ने बतौर सांसद काम किया होता तो 2014 में उनकी इतनी करारी हार नहीं होती. उन्हें पता है कि जनता उनकी हकीकत जानती है , इसलिए उन्होंने 2019 का चुनाव हार के डर के कारण नहीं लड़ा और अब वीरभद्र सिंह के गुजर जाने के बाद .वीरभद्र के नाम पर वोट पाने की उम्मीद में वह चुनाव लड़ रही हैं.

कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को वीरभूमि कहा जाता है. यहां के सैकड़ों वीर जवानों ने देश के लिए शहादत दी. हिमाचल के चार बेटों को परमवीर चक्र मिला है. देश को तबाह करने का ख्वाब देखने वाले कन्हैया कुमार को हिमाचल लाकर कांग्रेस ने इस वीरभूमि का अपमान किया है. उन्होंने कहा हिमाचल मेजर सोमनाथ शर्मा की धरती है आज वे शहीद स्वर्ग से देख रहे होंगे और उन्हें कितना दुख हो रहा होग. वीरभद्र सिंह देशभक्त थे, हमें यकीन है कि वो आज होते तो कन्हैया कुमार जैसे शख्स को हिमाचल की धरती पर पांव नहीं रखने देते.

उन्होंने कहा कन्हैया कुमार ने हिमाचल की पवित्र धरती पर आकर वहीं किया जिसके लिए वो बदनाम है. आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपमानजनक तरीके से बात की. विरोध और आलोचना करने का भी एक तरीका होता है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी पर मंडी में निजी हमले किए गए और वो भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सामने. यही नहीं कन्हैया मंडी पहुंचा और अगले ही दिन कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह एक देशद्रोह के आरोपी की बोली बोलने लगी.

ये भी पढ़ें :कारगिल युद्ध से जुड़े विवादित बयान पर 'राजमाता' प्रतिभा सिंह ने मांगी माफी

शिमला: सुरेश कश्यप ने कहा कि चेतन बरागटा के साथ किसी ने गद्दारी नहीं की .परिवार के किसी सदस्य को टिकट नहीं देने का निर्णय पूरे देश में लिया गया. यह पार्टी का सैद्धांतिक निर्णय है. देशभर में 30 के करीब उपचुनाव हो रहे हैं इस प्रकार की स्थिति कई जगह थी. वहां भी इसी प्रकार का निर्णय लिया गया. जिसके चलते भाजपा ने नीलम सरैइक को पार्टी उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि चेतन बरागटा पार्टी के कार्यकर्ता रहे. उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया, जिसके चलते उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ अन्य पदाधिकारियों के बारे में भी शिकायतें मिली और पार्टी उन पर विचार कर रही.जल्द ही उन पर भी फैसला लिया जाएगा.

सुरेश कश्यप ने बेरोजगारी और महंगाई की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि आज के दौर में दोनों ही मुद्दे काफी गंभीर है, लेकिन इसका ठीकरा उन्होंने कांग्रेस के सिर फोड़ते हुए कहा कि लंबे समय तक प्रदेश और देश में कांग्रेस की सरकार रही है. कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया. जिसके कारण आज स्थिति इस हद तक खराब हो गई. सुरेश कश्यप ने कहा कि वर्तमान सरकार ने बेरोजगारी से निपटने के लिए कई योजनाएं शुरू की है. प्रदेश सरकार लगातार महंगाई और बेरोजगारी को कम करने की कोशिश कर रही, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण बेरोजगारी और महंगाई बढ़ गई. अनेक उद्योग बंद हो गए. इसके अलावा बाहरी देशों से कच्चा माल आना बंद हो गया जिसके कारण भी महंगाई बढ़ी है.

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मंडी में सुखराम परिवार की भूमिका पर बोलते हुए सुरेश कश्यप ने कहा कि अनिल शर्मा तकनीकी तौर पर भाजपा के विधायक हैं ,लेकिन पंडित सुखराम की पार्टी के साथ कोई बात नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में आश्रय शर्मा के बयानों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनका कांग्रेस का साथ किस प्रकार का तालमेल चल रहा है. चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं के द्वारा मास्क से किनारा करने के प्रश्न पर सुरेश कश्यप ने कहा कि जनता से अपील करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण अभी कम हुआ है और ऐसे में लोगों और नेताओं को मास्क का प्रयोग करना चाहिए. इसके अलावा रैलियों और जनसभाओं में भी कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखना चाहिए. मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रतिभा सिंह दो बार सांसद रही हैं .आज बड़ी-बड़ी बातें कर रही हैं, मगर सांसद थीं तो अपनी सांसद निधि तक खर्च नहीं कर पाईं. अगर प्रितभा सिंह ने बतौर सांसद काम किया होता तो 2014 में उनकी इतनी करारी हार नहीं होती. उन्हें पता है कि जनता उनकी हकीकत जानती है , इसलिए उन्होंने 2019 का चुनाव हार के डर के कारण नहीं लड़ा और अब वीरभद्र सिंह के गुजर जाने के बाद .वीरभद्र के नाम पर वोट पाने की उम्मीद में वह चुनाव लड़ रही हैं.

कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को वीरभूमि कहा जाता है. यहां के सैकड़ों वीर जवानों ने देश के लिए शहादत दी. हिमाचल के चार बेटों को परमवीर चक्र मिला है. देश को तबाह करने का ख्वाब देखने वाले कन्हैया कुमार को हिमाचल लाकर कांग्रेस ने इस वीरभूमि का अपमान किया है. उन्होंने कहा हिमाचल मेजर सोमनाथ शर्मा की धरती है आज वे शहीद स्वर्ग से देख रहे होंगे और उन्हें कितना दुख हो रहा होग. वीरभद्र सिंह देशभक्त थे, हमें यकीन है कि वो आज होते तो कन्हैया कुमार जैसे शख्स को हिमाचल की धरती पर पांव नहीं रखने देते.

उन्होंने कहा कन्हैया कुमार ने हिमाचल की पवित्र धरती पर आकर वहीं किया जिसके लिए वो बदनाम है. आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपमानजनक तरीके से बात की. विरोध और आलोचना करने का भी एक तरीका होता है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी पर मंडी में निजी हमले किए गए और वो भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सामने. यही नहीं कन्हैया मंडी पहुंचा और अगले ही दिन कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह एक देशद्रोह के आरोपी की बोली बोलने लगी.

ये भी पढ़ें :कारगिल युद्ध से जुड़े विवादित बयान पर 'राजमाता' प्रतिभा सिंह ने मांगी माफी

Last Updated : Oct 14, 2021, 8:07 PM IST
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