शिमला: सुरेश कश्यप ने कहा कि चेतन बरागटा के साथ किसी ने गद्दारी नहीं की .परिवार के किसी सदस्य को टिकट नहीं देने का निर्णय पूरे देश में लिया गया. यह पार्टी का सैद्धांतिक निर्णय है. देशभर में 30 के करीब उपचुनाव हो रहे हैं इस प्रकार की स्थिति कई जगह थी. वहां भी इसी प्रकार का निर्णय लिया गया. जिसके चलते भाजपा ने नीलम सरैइक को पार्टी उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि चेतन बरागटा पार्टी के कार्यकर्ता रहे. उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया, जिसके चलते उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ अन्य पदाधिकारियों के बारे में भी शिकायतें मिली और पार्टी उन पर विचार कर रही.जल्द ही उन पर भी फैसला लिया जाएगा.
सुरेश कश्यप ने बेरोजगारी और महंगाई की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि आज के दौर में दोनों ही मुद्दे काफी गंभीर है, लेकिन इसका ठीकरा उन्होंने कांग्रेस के सिर फोड़ते हुए कहा कि लंबे समय तक प्रदेश और देश में कांग्रेस की सरकार रही है. कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया. जिसके कारण आज स्थिति इस हद तक खराब हो गई. सुरेश कश्यप ने कहा कि वर्तमान सरकार ने बेरोजगारी से निपटने के लिए कई योजनाएं शुरू की है. प्रदेश सरकार लगातार महंगाई और बेरोजगारी को कम करने की कोशिश कर रही, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण बेरोजगारी और महंगाई बढ़ गई. अनेक उद्योग बंद हो गए. इसके अलावा बाहरी देशों से कच्चा माल आना बंद हो गया जिसके कारण भी महंगाई बढ़ी है.
कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को वीरभूमि कहा जाता है. यहां के सैकड़ों वीर जवानों ने देश के लिए शहादत दी. हिमाचल के चार बेटों को परमवीर चक्र मिला है. देश को तबाह करने का ख्वाब देखने वाले कन्हैया कुमार को हिमाचल लाकर कांग्रेस ने इस वीरभूमि का अपमान किया है. उन्होंने कहा हिमाचल मेजर सोमनाथ शर्मा की धरती है आज वे शहीद स्वर्ग से देख रहे होंगे और उन्हें कितना दुख हो रहा होग. वीरभद्र सिंह देशभक्त थे, हमें यकीन है कि वो आज होते तो कन्हैया कुमार जैसे शख्स को हिमाचल की धरती पर पांव नहीं रखने देते.
उन्होंने कहा कन्हैया कुमार ने हिमाचल की पवित्र धरती पर आकर वहीं किया जिसके लिए वो बदनाम है. आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपमानजनक तरीके से बात की. विरोध और आलोचना करने का भी एक तरीका होता है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी पर मंडी में निजी हमले किए गए और वो भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सामने. यही नहीं कन्हैया मंडी पहुंचा और अगले ही दिन कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह एक देशद्रोह के आरोपी की बोली बोलने लगी.
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