शिमला: चुनावी साल में हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है. राज्य के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. ललित चंद्रकांत ने स्वैच्छिक सेवानिवृति के लिए आवेदन किया है. डॉ. ललित इस समय शिमला में रीजनल कैंसर सैंटर में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सेवारत हैं. वे मंडी जिले के नाचन से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं.
डॉ. ललित चंद्रकांत ने रेडियोथैरेपी एंड ओंकोलॉजी में भी एमडी की डिग्री की है और साथ ही एनेस्थीसिया में भी एमडी की है. यानी वे दो विभागों में एमडी डिग्री होल्डर हैं. इसके अलावा वे एनाटमी व पल्मनरी मेडिसिन विभाग में रजिस्ट्रार रहे हैं. उन्होंने आईजीएमसी अस्पताल में डिप्टी एमएस का कार्यभार भी संभाला है. वर्तमान में वे रीजनल कैंसर अस्पताल शिमला में अस्सिटेंट प्रोफेसर के पद पर सेवारत हैं. डॉ. ललित शिमला के चमियाणा में स्थित अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशिएलिटी में एमएस का कार्यभार भी देख रहे हैं.
ईटीवी से बातचीत में डॉ. ललित ने कहा कि उनकी विधानसभा क्षेत्र नाचन की जनता भी चाहती है कि वे चुनाव लड़ें. डॉ. ललित ने कहा कि वे राजनीति में आकर अधिक से अधिक लोगों की सेवा कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी किसी भी सेवा के लिए वे हमेशा निशुल्क उपलब्ध रहेंगे. डॉ. ललित ने बताया कि उन्होंने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में 25 साल सेवाएं दी हैं. उनका रुझान चुनावी राजनीति में रहा है. ऐसे में वे चुनाव लडऩे के लिए इलाके की जनता की मांग पर तैयार हुए हैं. जहां तक टिकट का सवाल है तो उसके लिए विकल्प खुले हैं.
उल्लेखनीय है कि आईजीएमसी अस्पताल के एमएस डॉ. जनकराज भी चुनावी राजनीति में रुचि रखते हैं. इससे पहले आईजीएमसी अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर रैंक के चिकित्सक डॉ. राजेश कश्यप भी नौकरी छोड़ चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि वे सोलन सीट से अपने ससुर कर्नल धनीराम शांडिल से चुनाव हार गए थे. फिलहाल, देखना है कि डॉ. ललित का आवेदन स्वीकृत होता है या नहीं. आवेदन स्वीकत होने की स्थिति में उनका नाचन सीट से चुनाव लड़ना तय है.
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