शिमलाः कोरोना वायरस ने दुनियाभर में अपना प्रभान डाला है. रोजमर्रा का लगभग हर काम कोरोना की जद में आ चुका है. मरीजों की तादाद रोजाना लाखों के हिसाब से बढ़ रही है और लाखों जिंदगियां कोरोना के आगे दम तोड़ चुकी हैं. 24 अगस्त 2020 तक दुनिया भर में कोरोना के कुल 2 करोड़ 35 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके थे जबकि 8 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं.
भारत में 24 अगस्त तक कोरोना के कुल मामले 31 लाख के पार पहुंच गए जबकि 57 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए. हालांकि जानकार मानते हैं कि भारत की आबादी के लिहाज से कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा काफी कम है. अमेरिका और ब्राजील के हालात को देखते हुए स्थिति बेहतर तो लगती है, लेकिन देश में रोजाना औसतन 60 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं.
वहीं, कोरोना से मरने वालों के लिहाज से देखें तो हिमाचल प्रदेश के हालात देश के अन्य राज्यों से बहुत बेहतर हैं. देशभर में लॉकडाउन लगने से 2 दिन पहले यानि 23 मार्च को हिमाचल में कोरोना से पहली मौत का मामला सामने आया था. इसके बाद कोरोना के मामले लगातार सामने आते रहे हैं.
हिमाचल में कोरोना के मामले
- 30 अप्रैल तक हिमाचल में कोरोना के कुल 40 मामले थे, जबकि कोरोना से एक मौत हुई थी.
- 31 मई तक हिमाचल में कोरोना के कुल मामले 331 तक पहुंच गए, जबकि मौत का आंकड़ा 5 पहुंच गया.
- 30 जून तक हिमाचल में कोरोना के कुल मरीजों की तादाद 953 हो चुकी थी जबकि कोरोना 8 लोगों की जान ले चुका था.
- 31 जुलाई तक प्रदेश में 2564 पॉजीटिव केस थे और कोरोना से मौत का आंकड़ा 12 पहुंच गया था.
- 24 अगस्त तक हिमाचल में कोरोना के कुल मामले 5000 के पार पहुंच गए और मौत का आंकड़ा 27 पहुंच गया.
वहीं, मई के पहले हफ्ते में एक वक्त ऐसा आया था जब हिमाचल कोरोना मुक्त होने से एक कदम दूर था, लेकिन उसके बाद सरकार के कुछ फैसले और हालात ऐसे बने कि कोरोना के मामले बढ़ने लगे. हालांकि महामारी विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. ओमेश भारती मानते हैं कि कोरोना के खिलाफ हिमाचल का मॉडल एक मिसाल है. इसकी बदौलत दूसरे प्रदेशों के मुकाबले प्रदेश में कोरोना की रफ्तार कम है.
हिमाचल में कोरोना की रफ्तार
- आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च में पहली मौत के बाद अप्रैल महीने में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई जबकि कोरोना के कुल 40 मामले थे.
- मई महीने में कोरोना के 291 मामले सामने आए जबकि 4 लोगों की मौत हुई.
- जून महीने में कोरोना के 622 नए मामले सामने आए, जबकि 3 लोगों की मौत हुई.
- जुलाई महीने में कोरोना के मामलों ने तेजी पकड़ी और करीब 1611 नए मामले और 4 मौत के मामले सामने आए.
- अगस्त महीने में कोरोना अब तक के चरम पर पहुंचा और महीने के पहले 23 दिनों में ही 2437 नए मामले सामने आ गए, जबकि इस दौरान 15 लोगों के लिए कोरोना जानलेवा साबित हुआ.
महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर ओमेश भारती के मुताबिक हिमाचल में मृत्यु दर दूसरे राज्यों के मुकाबले बहुत कम है, लेकिन भविष्य में इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए सावधानी बहुत जरूरी है.
वहीं, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि हिमाचल में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ रही है और मौत के मामले भी बढ़ रहें हैं, लेकिन करीब 70 फीसदी का रिकवरी रेट और 1 फीसदी से भी कम की मृत्युदर स्वास्थ्य विभाग को खुद की पीठ थपथपाने का मौका दे रही है.
हिमाचल में कोरोना की रफ्तार भले बढ़ी हो लेकिन जानकार प्रदेश में कम्युनिटी स्प्रैड की बात को सिरे से खारिज करते हैं. महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश समेत दूसरे राज्यों के आंकड़े चिंता का विषय हैं. जहां कोरोना के मामले लाखों और मौत का आंकड़ा हजारों में पहुंच चुका है.
ऐसे में हिमाचल के हालात बहुत बेहतर कहे जा सकते हैं, लेकिन जिस तरह से हिमाचल में जुलाई और अगस्त महीने में मामले बढ़े हैं. वो बताते हैं कि सावधानी हर स्तर पर जरूरी है. वरना कोरोना काल में देश के कई राज्य और दुनिया के कई देश उदाहरण है जहां हालात बिगड़ते देर नहीं लगी.
हिमाचल में कोरोना के मामले
महीना | कुल केस | मौत |
30 अप्रैल | 40 | 1 |
31 मई | 331 | 5 |
30 जून | 953 | 8 |
31 जुलाई | 2564 | 12 |
23 अगस्त तक | 5001 | 27 |
हिमाचल में कोरोना की रफ्तार
महीना | कुल केस | मौत |
अप्रैल | 40 | 1 |
मई | 291 | 4 |
जून | 622 | 3 |
जुलाई | 1611 | 4 |
23 अगस्त तक | 2437 | 15 |
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