शिमला: सवर्ण आयोग के गठन की मांग (Demand for formation of upper caste commission) को लेकर सोमवार को शिमला से क्षत्रिय संगठनों द्वारा एट्रोसिटी एक्ट (atrocity act) की शव यात्रा निकाली गई जिस पर दलित संगठन भड़क गए हैं. दलित संगठनों (Dalit organizations) ने चौड़ा मैदान में अंबेडकर चौक पर धरना प्रदर्शन किया और एट्रोसिटी एक्ट की शव यात्रा निकालने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने और इस यात्रा को रोकने की मांग की.
भीम आर्मी भारत हिमाचल (Bhim Army Bharat Himachal) अध्यक्ष रवि कुमार दलित ने कहा कि आज संविधान का जनाजा निकाल कर देश को शर्मसार किया गया है. सवर्ण आयोग की गठन की मांग करने वाले संगठन शिमला में संविधान द्वारा दिये गए अधिकार एट्रोसिटी एक्ट का सरेआम जनाजा निकाल रहे हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. पुलिस और अधिकारी तमाशा देखते रहे जिसे किसी भी सूरत में बर्दाशत नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में इन संगठनों द्वारा आपसी भाईचारे के माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है. संविधान में दलितों को आरक्षण का अधिकार दिया गया है ऐसे में इस तरह से शव यात्रा निकाल कर संविधान का अपमान किया गया है और इसके लिए उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्होंने पुलिस और जिला प्रशासन पर भी ऐसे संगठनों को संरक्षण देने के आरोप लगाए और सरकार से इस तरह की शव यात्रा निकालने वालों पर जल्द मामला दर्ज करने के साथ ही इस यात्रा को भी जल्द रोकने की मांग की. उन्होंने चेताया कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो दलित संगठन सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन (Protest) करेंगे.
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