शिमला: राजधानी के ऐतिहासिक भवन टाउनहॉल के जीर्णोद्धार पर आठ करोड़ रुपये खर्च किए गए, लेकिन जीर्णोद्धार का एक साल पूरा होने से पहले ही इसका रंग-रोगन फीका पड़ गया है. साथ ही महापौर के कार्यालय के लिए जो कमरा दिया गया है उसमें भी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं.
जब टाउनहॉल में नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का कार्यालय शिफ्ट किया गया था, तब भवन की दीवारों में दरारें पड़ने के साथ-साथ पेंट भी फेड हो गया था. ऐसे में महापौर कुसुम सदरेट ने पर्यटन निगम से दोबारा रंग-रोगन करने की मांग की थी, जिसके बाद दोबारा खिड़कियों, दरवाजों पर पेंट किया जा रहा है.
नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि आठ करोड़ रुपये खर्च करके टाउनहॉल का जीर्णोद्धार किया गया था, लेकिन इसमें काफी खामियां रह गई थी और खिड़की दरवाजों का पेंट पूरी तरह से फेड हो गया है. उन्होंने बताया कि खिड़की और दरवाजों का फिर से रंग-रोगन करने का काम पर्टयन विभाग द्वारा करवाया जा रहा है.
बता दें कि 2014 में ऐतिहासिक भवन टाउनहॉल का जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया गया था और इसके लिए आठ करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. काम करने वाले ठेकेदार ने भवन में पुरानी लकड़ी इस्तेमाल की थी. जिसके बाद ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया गया था.