शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन विपक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बरसात में हुए नुकसान का मुद्दा उठाया. सदन में कांग्रेस के विधायकों ने बरसात में हुए नुकसान पर चर्चा की मांग की लेकिन चर्चा शुरू न होने पर सदन से वॉकआउट किया.
बता दें कि शनिवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में कांग्रेस के विधायक जगत नेगी, मोहन लाल बरागटा स्थगन प्रस्ताव ला कर नियम 67 के तहत बरसात में हुए नुकसान पर चर्चा की मांग की. विधानसभा अध्यक्ष ने पहले प्रश्नकाल शुरू करने की बात कही लेकिन विपक्ष चर्चा पर अड़ा रहा और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी. नारेबाजी के बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
विपक्ष का आरोप है कि सरकार बरसात में हुए नुकसान के बाद लोगों की राहत नही दे पाई है. किन्नौर के विधायक जगत नेगी ने कहा कि बरसात के दौरान किन्नौर सहित कई जिलों में भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि सीएम और किसी भी मंत्री ने नुकसान का जायजा नहीं लिया है. बरसात में हजारों लोग फंसे रहे लेकिन सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं दी गई.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आज मानसून सत्र का अंतिम दिन है और सदन में बरसात में हुए नुकसान को लेकर चर्चा की मांग की गई. सरकार ने इतने बड़े मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दिया जबकि सरकार खुद मानती है कि बरसात के दौरान प्रदेश का बहुत आर्थिक नुकसान हुआ है.