शिमला: जिला के डीडीयू कोविड सेंटर में महिला आत्महत्या मामले को लेकर अब लोग सड़कों पर उतर रहे है. पूर्व उप महापौर और कांग्रेस नेता हरीश जनारथा ने स्थानीय लोगों के साथ कोविड केयर सेंटर डीडीयू के बाहर काली पट्टी बांध कर धरना प्रदर्शन किया.
इस दौरान धरने में कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह भी शामिल हुए. प्रदर्शन में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और महिला की आत्महत्या की जांच की मांग की. इसके अलावा सरकार पर कोविड सेंटरों में कोई सुविधा न देने के आरोप लगाए. साथ ही डीडीयू से कोविड सेंटर शिफ्ट करने की मांग की.
वहीं, कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य ने कहा कि डीडीयू अस्पताल को बिना सुविधाओं के कोविड सेंटर बना दिया गया और ये मामला कई बार सरकार के समक्ष उठाया गया. इसके बाद भी सरकार ने कोविड सेंटर को यहां से शिफ्ट नहीं किया. उन्होंने आरोप लगाया कि इस अस्पताल में सुविधाओं की कमी और लापरवाही के चलते महिला ने आत्महत्या कर ली है.
विक्रमादित्य ने कहा कि कोविड सेंटर में सुविधाओं का मामला विधानसभा में भी उठाया गया था, लेकिन सरकार कोई जवाब नही दे पाई. उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना से निपटने में पूरी तरफ से विफल हो गई है और सरकार यदि व्यवस्थाओं को नहीं सुधारती है, तो सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन किया जाएगा.
इस दौरान पूर्व उप महापौर हरीश जनारथा ने कहा कि अस्पताल में कोरोना मरीजों की देखभाल तक नहीं की जा रही है, जिसके चलते अस्पताल के अंदर ही मरीज आत्महत्या कर रहे है.
उन्होंने आरोप लगाया कि महिला को दवाई तक नहीं दी गई और जो मरीज यहां रखे गए है उनकी देखभाल नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार यदि महिला के आत्महत्या मामले की जल्द निष्पक्ष जांच नही करवाती है. तो कांग्रेस आने वाले समय में उग्र आंदोलन करेगी.
बता दें कि डीडीयू कोविड सेंटर में कोरोना संक्रमित 54 वर्षीय महिला ने आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद कांग्रेस और अन्य संगठनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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